प्रखंड रिपोर्टर – अमर कुमार
कटिहार जिला के फलका प्रखंड में बाबा विश्वनाथ शिव मंदिर वट सावित्री पूजा हिंदू पंचांग के अनुसार, वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन रखा जाता है. इस दिन महिलाएं पति की दीर्घायु और संतान के उज्जवल भविष्य के लिए व्रत रखती हैं. इस साल वट सावित्री का व्रत 10 जून 2021 को मनाया जा रहा है. इसके अलावा इस दिन साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है. साथ ही इस दिन शनि जयंती 2021) भी मनाई जाएगी.
वट सावित्री व्रत और सूर्य ग्रहण दोनों एक ही दिन पड़ रहे हैं. सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ऐसे में बहुत सी महिलाओं के मन में सवाल है कि क्या इस दौरान पूजा की जा सकती है या नहीं. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
आपको बता दें कि 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण अमेरिका, यूरोप और एशिया में आंशिक तौर पर दिखाई देगा जबकि ग्रीनलैंड, उत्तरी कनाडा और रूस में पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा. इस बार का सूर्य ग्रहण भारत के केवल अरुणाचल प्रदेश में आंशिक तौर पर दिखाई देगा. इसलिए, हिंदू पंचांग के अनुसार, विवाहित स्त्रियां वट सावित्री व्रत की पूजा पूरे विधि -विधान के साथ कर सकते हैं. उनके पूजा करने में किसी प्रकार का दोष नहीं होगा. वट सावित्री पर अपने पति और बच्चे के लिए की लंबी आयु के लिए जो 24 घंटा उपवास करके अपने पति को पैर धोकर चढ़ना अमृत ग्रहण करके एक दूसरे को खिलाकर तभी उपवास को तोड़ा जाता है