सर्वजातीय सर्वखाप महिला महापंचायत द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 101 महिलाएं सम्मानित।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र :- सर्वजातीय सर्वखाप महिला महापंचायत द्वारा रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष् में कुरुक्षेत्र के कलाकृति सदन में आयोजित कार्यक्रम में 101 महिलाओं को समाज में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया ने विभिन्न राज्यों व प्रदेश की जिला पदाधिकारियों को उनके नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि नारी देश की जरूरत है और उनके बिना संसार की कल्पना भी कोई नहीं कर सकता है।
अधिवक्ता मंजू शर्मा ने महिलाओं के विधिक अधिकारों की जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि महिलाओं को समाज में आगे आना चाहिए और अपने हक व अधिकारों के लिए लडऩा चाहिए। कार्यक्रम के दौरान पवन कुमार ने महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा के टिप्स देते हुए कहा कि नारी सक्षम ही नहीं बल्कि सशक्त भी है। समारोह के दौरान दलजीत संधू ने एजेंडा प्रस्तुत किया। विशेष बच्चों के लिए काम कर रही रश्मि कटारिया ने भी महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों को सांझा किया। मॉरिशस की रजनी के क्लॉसिकल डांस ने सबको प्रभावित किया। समारोह में हरियाणा के विभिन्न जिलों के अलावा राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब व हिमाचल प्रदेश से भी महिलाओं ने शिरकत की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर संतोष दहिया ने कहा कि नारी शक्ति देश की सबसे बड़ी शक्ति है। महिलाओं के अनेक रूप हैं। वह बच्चों के लिए मां, भाई के लिए बहन और पति के लिए आदर्श पत्नी बनकर न सिर्फ अपना दायित्व निभा रही है, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी अपनी भागीदारी कर रही हैं। शहर के लेकर गांव तक महिला सशक्तिकरण नजर आ रहा है। पंचायत चुनाव में पचास फीसदी आरक्षण के प्रावधान के बाद तो हरियाणा की महिलाओं का उत्साह बढ़ा है। आज महिलाएं आर्थिक तौर पर स्वावलंबी हुई हैं और किसी पर आश्रित नहीं हैं। पंचायत प्रतिनिधि से लेकर विधायक-सांसद के तौर पर महिलाएं काफी अच्छा काम कर रही हैं। पढ़ाई-लिखाई में आज बच्चियां बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। उन्हें लगातार प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 101 महिलाओं को सम्मानित किया गया। विजय भारती ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में आज कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक महिलाएं बड़ी संख्या में आसीन हैं। किशोरी बालिकाओं को आगे आना चाहिए और समाज में अपना नाम रोशन करना चाहिए। ममता चौधरी, कुसुम दलाल, लता चौधरी, रजनी, जसविंद्र कौर, सिंदर रानी, निर्मला चौधरी, कविता, पिंकी, कौशल रानी, सविता गुप्ता, मिथलेश, प्रोमिला, मनीषा जींद, सविता मान, सुदेश शर्मा, बुलबुल व रणजीत कौर भाटिया आदि ने कहा कि प्रत्येक महिला को बराबरी का हक और सम्मान मिलना चाहिए।