वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तीन विद्यार्थियों को मिला प्रोजेक्ट।
उत्सव फाउंडेशन ने दी डेढ़ लाख रुपए की स्पॉन्सरशिप।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तीन विद्यार्थियों को उत्सव फाउंडेशन से कृषि आधारित प्रोजेक्ट के लिए डेढ़ लाख रुपए की स्पॉन्सरशिप मिली है। यह विद्यार्थी उत्सव फाउंडेशन द्वारा विद्यार्थियों को नवाचार के लिए प्रोत्साहित करने हेतु शुरू किए गए विजन कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों के लिए डिवाइस तैयार करेंगे। इस उपलब्धि पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं उत्सव फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि देश भर से विद्यार्थियों से प्रोजेक्ट आमंत्रित किए गए थे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तीन विद्यार्थियों का यह प्रॉजेक्ट स्वीकृत हुआ है। इसके लिए उत्सव फाउंडेशन ने डेढ़ लाख रुपए की स्पॉन्सरशिप प्रदान की है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए प्राचार्य जलबीर सिंह एवं इस प्रोजेक्ट में शामिल ग्यारहवीं के विद्यार्थी नवीन, मुकुल और दीपेश को बधाई दी। यह विद्यार्थी कृषि समाधान पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार करेंगे। विद्यार्थी नवीन ने बताया कि वह एक ऐसा डिवाइस तैयार करेंगे जो किसानों को मिट्टी की हेल्थ, पानी की आवश्यकता, फसलों में बीमारियों का प्रबंधन, मौसम के बदलावों और श्रमिकों की उपयोगिता के बारे में बताएगा। विद्यार्थी दीपेश ने बताया कि यह डिवाइस एक मोबाइल एप्लिकेशन से जुड़ा होगा, जिससे किसान जानकारी जुटा पाएंगे। मुकुल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्यों किसानों को समस्याओं का समाधान देना और उत्पादकता बढ़ाना है। वोकेशनल ट्रेनर लवली और रौनक इस प्रोजेक्ट के लिए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे।
प्राचार्य जलबीर सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को 6 महीने के अंदर यह प्रॉजेक्ट जमा करने का समय मिला है। उन्होंने बताया कि ड्रोन और क्लाउड आधारित डाटा पर यह प्रॉजेक्ट होगा। उन्होंने इस स्पॉन्सरशिप के लिए उत्सव फाउंडेशन का आभार जताया। प्राचार्य जलबीर सिंह ने कहा कि उत्सव फाउंडेशन नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश का पहला इनोवेटिव स्कूल होने के नाते श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल अपनी सार्थकता को सिद्ध कर रहा है। विद्यार्थी निरंतर नवाचार में तल्लीन हैं। उन्होंने इसका श्रेय शिक्षकों की मेहनत और लग्न को दिया। प्राचार्य जलबीर सिंह ने कहा कि कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा के मार्गदर्शन में हम यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं।
प्रोजेक्ट के लिए मिला चेक दिखाते विद्यार्थी, उनके ट्रेनर और प्राचार्य जलबीर सिंह।