सूर्याेदय की पहली किरण के साथ 12 दिवसीय चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का हुआ आगाज
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सूर्याेदय की पहली किरण के साथ 12 दिवसीय चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का हुआ आगाज।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण रहे मुख्यअतिथि, महायज्ञ में डाली आहुति, बोले- वेदों के रास्ते पर चलना एक महान कार्य।
12 फरवरी तक होगा वैदिक विद्वानों का जमावड़ा।
कुरूक्षेत्र, 01 फरवरी : वेद विद्या शोध संस्थान के तत्वावधान में 12 दिवसीय चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का प्रारंभ शनिवार को हुआ। इस दौरान ब्रह्म सरोवर के योग भवन प्रांगण में सूर्योदय की पहली किरण के साथ चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान मुख्यअतिथि के रूप में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र ने भाग लिया। यज्ञ समारोह में स्पीकर ने घी के साथ आहुतियां दी और अपने संबोधन में कहा कि वेदों के रास्ते पर चलना एक महान कार्य है। महर्षि दयानंद सरस्वती ने पूरी दुनिया को वेदों के रास्ते पर चलने का जो आह्वान किया था। यदि हम सब उन पर चले तो उनका चिंतन और विचार पूरी दुनिया के काम आ सकता है। कार्यक्रम के संयोजक स्वामी संपूर्णानंद सरस्वती ने एक फरवरी से 12 फरवरी तक सूर्योदय से सूर्यास्त तक चारों वेदों के यज्ञ का आयोजन कर एक महान कार्य किया है। जिसमें हम सभी को भाग लेना चाहिए और मानवता कल्याण के लिए इस तरह के कार्य बडे जरूरी है।
दूसरी बार चारों वेदों का यज्ञ होना सौभाग्य : स्वामी संपूर्णानंद
स्वामी संपूर्णानंद सरस्वती ने अपने संबोधन में कहा कि चारों वेदों का यज्ञ कुरूक्षेत्र की पावन धरती पर दूसरी बार एक अलग संगम है। इस धरती पर भगवान श्री कृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया था और अब हर वर्ष गीता जयंती का आयोजन बड़े स्तर पर होता है। इसी तरह से लगातार दूसरी बार ब्रह्म सरोवर की पावन धरा पर चारों वेदों का यज्ञ होना एक सौभाग्य और गौरव की बात है। इस यज्ञ समारोह में पूरे देश व विदेशों से लोग भाग लेकर आहुति डाल रहे है। इसके माध्यम से वेद प्रचार महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों, उनके चिंतन, आर्य समाज के सिद्धांतों और इसके कार्यो को पूरी दुनिया तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
धर्मांतरण हिंदूत्व के लिए सबसे बड़ा खतरा: अश्विनी।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अश्विनी कुमार उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि आज हिंदू समाज में जो देश विरोधी ताकतों द्वारा एक षड्यंत्र के तहत धर्मांतरण करवाया जा रहा है वह हिंदूत्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसे हम सबको मिलकर रोकना होगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए।
आज महायज्ञ में शामिल होंगे पंजाब के महामहिम राज्यपाल।
चतुर्वेद पारायण महायज्ञ के मीडिया प्रवक्ता आर्य दिलबाग लाठर ने बताया कि 12 दिनों तक महायज्ञ में वैदिक विद्वानों का जमावड़ा कुरूक्षेत्र की धरती पर लगेगा। 2 फरवरी की दोपहर को पंजाब के महामहिम राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया बतौर मुख्यअतिथि शामिल होंगे और महायज्ञ में आहुति डालेंगे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर स्वामी प्रणवानंद महाराज, सीकर के पूर्व सांसद स्वामी सूमेधानंद महाराज, चेयरमेन धर्मबीर मिर्जापुर, जिला परिषद के वाइस चेयरमैन डीपी चौधरी, करनाल जिला परिषद के वाइस चेयरमैन एडवोकेट धीरज खरकाली, आर्य दिलबाग लाठर, चौधरी अजमेर सिंह, योगेश आर्य, नरेंद्र आर्य, देशराज आर्य, आचार्य संदीपन, परमाल खैंची, रमेश आर्य दादुपुर, रविंद्र कंवर महाराज, वेदप्रकाश आर्य सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
यज्ञ में आहुति डालते स्पीकर हरविंद्र कल्याण व उन्हें सम्मानित करते स्वामी संपूर्णानंद सरस्वती।