समाज सेवी स्वर्गीय मेहर चंद मेंहदीरता की 32 वीं पुण्यतिथि 2 अगस्त को , थेलिसिमया पीड़ितों को समर्पित होगा 12 वा रक्तदान शिविर ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र 23 जुलाई :- कुरुक्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी स्व. मेहर चंद मेहंदीरत्ता की 32 वीं पुण्यतिथि पर उनकी पावन स्मृति में कुरुक्षेत्र के कीर्ति नगर में स्व. मेहर चंद मेहंदीरत्ता चैरिटेबल डिस्पेंसरी एवं लाइबे्ररी में आगामी 2 अगस्त को 12 वां रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में कुरुक्षेत्र के विख्यात चिकित्सक अपना अस्पताल के संचालक डॉ, अजय गोयल सर्जन, डॉ. गीता गोयल महिला व बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ. हिमांशु व डॉ. पवन बंसल बी.एस हर्ट केयर अस्पताल के सहयोग से निशुल्क परामर्श दिया जाएगा । इस कार्यकर्म की रूप रेखा व इसे सफल बनाने में उद्योगपति विजयंत बिंदल ,संजीव सिकरी, प्रियदर्शी पॉल भट्ट, मोहन सिंह डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता द्वारा की जा रही है। 12 वा रक्तदान शिविर थेलिसिमया से पीड़ितों को समर्पित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मीडिया जगत की जानीमानी हस्तियां भी शिरकत करेंगी। इसके अलावा नगर के जानेमाने समाजसेवी, धार्मिक संस्थाओ के प्रतिनिधि व अनेक गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। कोरोना की वजय से सभी से रक्तदाताओ को अलग अलग समय दिया गया है। बता दे कि स्व. मेहर चंद मेहंदीरत्ता के प्रयासों से ही सात दशक पहले जिला कुरुक्षेत्र में समाचारपत्र व पत्रिकाएं आना शुरू हुए भले ही संसाधनों की कमी थी तब भी वे शहर से 25-25 किलोमीटर दूर तक अखबार भिजवाने की व्यवस्था करते थे। कुरुक्षेत्र में मियांवाली बिरादरी को एकजुट करने का श्रेय भी इन्हें जाता है। यही नहीं उन्होंने अपने जीवनकाल में सैकड़ों गरीब कन्याओं का विवाह करवाया, जरूरतमंद को कापी, किताब मुफ्त देना उनका प्रिए शगुल था।
स्व. मेहर चंद का स्वपन था कि समाज के लिए कुछ ऐसा किया जाए जिससे समाज को फायदा हो। इस कड़ी में उन्होंने कुरुक्षेत्र के कीर्तिनगर में एक जगह ली थी जहां पर आज सुचारू रूप से डिस्पैंसरी एवं लाइबे्ररी निरंतर 9 साल से चल रही है। हालांकि वर्ष 1989 में मेहर चंद मेहंदीरत्ता को दिल का दौरा पडऩे के कारण उनका निधन हो गया व उनका यह सपना तब साकार नहीं हो सका, उस सपने को साकार करने का प्रयास उनके पुत्रों ने किया है। उनके सभी बच्चे मीडिया से जुड़े हुए हैं। उनके ज्येष्ठ पुत्र राजीव अरोड़ा व राजेन्द्र अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि डिस्पेंसरी में किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता और दवाइयां भी मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाती हैं। रोजाना सोमवार से लेकर शनिवार तक तीन घंटे डॉक्टर उपलब्ध रहता है और रविवार को महिला डॉक्टर भी बैठती है।
पंकज अरोड़ा ने बताया कि वह अपने पिता जी के सपने साकार करने के लिए भविष्य में और भी समाज हित में कार्य करेंगे और इसकी योजना बनाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि चैरिटेबल डिस्पेंसरी एवं लाइबे्ररी का शुभारंभ 3 अगस्त 2012 को किया गया, जिसमें 9 वर्ष के अंतराल में 1 लाख 25 हजार से अधिक जरूरतमंद लोगों की चिकित्सीय जांच की गई व उन्हें निशुल्क दवाईयां उपलब्ध करवाई गई। जिला रेड क्रॉस की सहायता से अब तक 11 रक्तदान शिविर लगाकर 2150 से भी अधिक यूनिट ब्लड इक्ठ्ठा कर लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल में दान करवाया गया। जिसके लिए संस्था ने आज तक किसी भी रिफ्रेशमेंट के पैसे भी नही लिए। कार्यकर्म में सभी रक्तदाताओ को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इन 9 वर्ष के दौरान आंखों के मेडिकल कैंप, दंत चिकित्सा कैंप, हड्डी रोग जांच कैंप, जरूरतमंद लोगों को वॉकर व छड़ी उपलब्ध करवाना एवं जरूरतमंद बच्चों को वर्दियां, जूते, कॉपी-किताब भी उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने बताया कि संस्था का सारा खर्चा परिवार वहन करता है। संस्था द्वारा आज तक कभी भी सरकारी या गैर सरकारी वित्तीय सहायता नहीं ली गई है।
रक्तदान के इछुक दुरभाष नम्बर 9812100016 पर व्हाट्सअप के माध्यम से अपना पंजीकरण करवा सकते है।