अररिया में सिर्फ एरियर मद में शिक्षकों का 139 करोड़ बकाया*
सात वर्ष बाद भी शिक्षकों के आश्रितों को नहीं मिली अनुग्रह अनुदान राशि
अररिया
बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह अररिया जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शिक्षा विभाग अररिया के एक आंकड़ों के अनुसार जिले में कार्यरत नियोजित शिक्षकों का वर्षों से विभिन्न मदों का लंबित बकाया वेतन की राशि 139 करोड़ रुपये बकाया है। इस संदर्भ में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अररिया के द्वारा निदेशालय एवं बिहार शिक्षा परियोजना पटना को कई बार मांग पत्र भेजकर राशि की डिमांड की जा चुकी है मगर अभी तक जिला को राशि अप्राप्त है। जिस कारण वर्षों से इंतजार कर रहे शिक्षकों का बकाया वेतन भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि शिक्षक जहां अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा के साथ पुरा करते हैं वहीं बकाया वेतन में वर्षों का विलम्ब होना चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि सातवां वेतनमान का अंतर वेतन मद में जहां दो करोड़ 63 लाख बकाया है, वहीं डीपीई अंतर वेतन मद में 32 करोड़ 14 लाख 40 हजार रुपये शिक्षकों का बकाया है, तो वहीं 15 प्रतिशत वृद्धि अंतर वेतन मद में 50 करोड़ 40 लाख रुपये शिक्षकों का बकाया है, यही नहीं नवप्रशिक्षित शिक्षकों का भी 28 करोड़ 12 लाख 60 हजार रुपये बकाया है। सबसे दुःखद स्थिति तो यह है कि सात वर्ष बाद भी 55 मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि चार लाख अभी तक किसी आश्रित को नहीं मिली है। अनुग्रह अनुदान राशि मद में भी दो करोड़ बीस लाख रुपये बकाया है। साथ ही कुछ अन्य मदों का भी राशि बकाया है।
प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद शिक्षकों में एक आस जगी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बकाया वेतन भुगतान सहीत नियमित वेतन भुगतान तथा राज्य कर्मी का दर्जा, पुरानी पेंशन, समान काम का समान वेतन जैसी मांग महागठबंधन की सरकार वादे के हिसाब से अवश्य पुरा करेगी। शिक्षामंत्री सह अररिया जिला प्रभारी मंत्री के अररिया आगमन से अररिया के शिक्षकों में एक आस जगी है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द सभी समस्याओं का समाधान होगा।