1500वां ईद मिलादुन्नबी: फरमान हसन खान फरमान मियाँ ने अपील की शरीयत के दायरे में निकाले जुलूस

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : इस्लामी इतिहास का अहम महीना 1500वां ईद मिलादुन्नबी इस बार बड़ी शानो-शौकत और रिवायती अंदाज़ में मनाया जाएगा। इस मौके पर शहर के पुराने और नए इलाकों में खूबसूरत सजावट की गई है अंजुमनों के साथ-साथ जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के पदाधिकारी भी कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभायेंगे जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान फरमान मियाँ ने देशवासियों को ईद मिलादुन्नबी की दिली मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे लिए रहमतों और बरकतों से भरा हुआ है।उन्होंने जुलूस में आने वाली सभी अंजुमनों से अपील कि वह किसी तरह के हथियार लेकर नहीं आए किसी भी तरह के शोर शराबे के साथ अंजुमन जुलूस में शामिल ना करे और अपने निर्धारित रास्ते पर जुलूस को ले जाएं।पैगंबर ए इस्लाम की मोहब्बत में सभी लोग सादगी के साथ दुरूद शरीफ पढ़ते हुए जुलूस में शामिल हो सभी लोग भाईचारे, अमन और मोहब्बत का पैगाम आम करें। तथा उन्होंने बताया मथुरापुर जमियातुर रज़ा में अटा,बीबियापुर,तिलियापुर,खनागौटिया,बहेड़ी,मीरगंज,बंदिया, मथुरापुर,परधोली आदि गाँव के करीब 50 से ज़्यादा अंजुमनों को सम्मानित किया जाएगा इस ऐतिहासिक 1500वें ईद मिलादुन्नबी के मौके पर पुराने शहर और नए शहर दोनों जगह जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के पदाधिकारी भी सक्रिय रहेंगे।ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।शहर की गलियां और चौक रोशनी से जगमग करेंगे। जगह-जगह महफ़िलें, नातिया कार्यक्रम और सजावट की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। जुलूस-ए-मोहम्मदी का आयोजन परंपरागत अंदाज़ में होगा शहर की मस्जिदों और मदरसों में खास सजावट के साथ कुरआन ख्वानी और दुआ का आयोजन होगा। शहर पूरे उत्साह के साथ “या रसूल अल्लाह” के नारों और नात-ओ-कसीदों से माहौल रोशन होगा।ईद मिलादुन्नबी सिर्फ जश्न का नहीं, बल्कि एकता और इंसानियत का पैगाम देने का दिन है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे आपसी सौहार्द और मोहब्बत को बढ़ावा दें।1500वां ईद मिलादुन्नबी इतिहास में यादगार साबित होगा, क्यों की आयोजन न केवल आस्था बल्कि अनुशासन और भाईचारे की मिसाल पेश करेगा।प्रशासन की ओर से सुरक्षा और प्रबंधन की पूरी तैयारी की जा रही है। यातायात व्यवस्था से लेकर जुलूस के रूट तक का नक्शा तय किया जा रहा है। जगह जगह सहायता केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे, ताकि जुलूस मे शामिल लोगो किसी प्रकार की दिक्कत न हो।