अतरौलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 29 महिलाओं ने कराया नसबंदी पुरुषों की संख्या शून्य
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़ युपी में योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहती है। ऐसे में यह कानून कितना प्रभावी होगा, लोग परिवार नियोजन के प्रतीक कितने गंभीर है, कितने लोगों ने नसबंदी कराई, गर्भ निरोधक दवाओं का कितना इस्तेमाल हो रहा है इसका कोई अता-पता नहीं है। बता दे कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को लाने के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अभी पुरुष नसबंदी का ग्राफ जहां शून्य है वही महिलाओं के अंदर जागरुकता आई है। ग्रामीण इलाको में इसे लेकर लोगों में भ्रम उत्पन है और लोगों का मानना है कि कम से कम तीन या चार बच्चे होना अनिवार्य है। वही शहरी इलाकों में इसे लेकर जागरुकता आई है और लोग जरूरी दवाओं का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रत्येक महीने के 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इसे एक प्रोग्राम के आहत ग्रामीण तथा शहरी इलाकों की महिलाओं को अधिक से अधिक जागरुक किया जाता है। जनसंख्या नियंत्रण कानून के आने से लोगों के अंदर क्या असर पड़ेगा इसके बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया के डॉक्टर शिव कुमार यादव, बीपीएम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से स्थाई साधन को अभी तक 29 लोग अपना चुके हैं तो वही पुरुष नसबंदी अभी तक 0 है। जिसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है कि पुरुष नसबंदी की शुरुआत भी हो। स्वास्थ्य केंद्र से कंडोम, माला डी, छाया, कॉपर टी, डीपीआरसीडी जिसे महिलाएं लगातार ले रही है। जब से यह कानून बनाया गया है इन सब चीजों में बढ़ोतरी हुई है। जिसमें प्रत्येक महीने की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के रुप में मनाया जाता है। जिसे एक प्रोग्राम के तहत किया जाता है और लोग काफी संख्या में इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
वी वी न्यूज़ तहसील संवाददाता विवेक जसवाल की रिपोर्ट