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बारह साल से अधिक उम्र के बच्चों का कोविड टीकाकरण कराने के लिए आगे आएं लोग- सीएमओ
✍️ प्रशांत कुमार त्रिवेदी
कन्नौज । कोविड-19 को लेकर मीडिया ने जो सकारात्मक भूमिका निभाई है , उसी का नतीजा है कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के कोविड टीकाकरण में जनपद 105 प्रतिशत के साथ प्रदेश में 11 वें नंबर पर है। इसी तरह मीडिया से अपेक्षा है कि वह 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों का कोविड टीकाकरण कराने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाएं। इसी के साथ 4 अप्रैल से शुरू हो रहे सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) अभियान के सफल संचालन में सहयोग दे। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद कुमार का। सीएमओं सोमवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से एक होटल में आयोजित स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
सीएमओ ने कहा कि यदि मीडिया कर्मियों का सहयोग न हो तो समाज को जागरूक करना कठिन हो जाता है। सीएमओ ने बताया कि मिशन इंद्राधनुष टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सम्पूर्ण टीकाकरण के लिए चलाया जाता है। लोग इसके प्रति जागरूक हो इसके लिए मीडिया अपनी अहम भूमिका निभा सकता है। बेक्टर बोर्न डिसीज के नोडल अधिकारी डॉ ब्रजेश शुक्ला ने बताया कि हाईड्रोसील हो जाना, हाथी पाँव हो जाना, महिलाओ के स्तन में सूजन आ जाना यह सब फ़ाईलेरिया रोग के लक्षण हैं, फ़ाईलेरिया रोग क्यूलैक्स मादा मच्छर के जरिए होता है। जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्ति को काटता है। तो वह संक्रमित हो जाता है फिर यह मच्छर रात के समय किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेता है।तो फाइलेरिया रोग के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया रोग से ग्रसित कर देते हैं। ज्यादातर संक्रमण अज्ञात या मौन रहते हैं और लंबे समय बाद इनका पता चलता है। इस बीमारी का कारगर इलाज नहीं है। इसकी रोकथाम इसका समाधान है। फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखने पर भी इसकी दवा का सेवन करना जरूरी है।डॉ ब्रजेश शुक्ला ने बताया कि जिले में इस समय 544 लोग फाइलेरिया रोग से ग्रसित हैं जिनका इलाज चल रहा है |कार्यशाला के दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ गीतम सिंह ने बताया कि जिले में आईएमआई अभियान 7 मार्च से चलाया गया था जिसके तहत 9179 बच्चों के सापेक्ष 14422 बच्चों और 3242 गर्भवती महिलाओं के सापेक्ष 4278 गर्भवती को प्रतिरक्षित किया जा चुका हैं, आगामी 4 अप्रैल से शुरू होने वाले आईएमआई अभियान में 8458 बच्चों और 2517 गर्भवतियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए 1385 सत्र लगाए जाएंगे।
कार्यशाला के अंत में सीफ़ार की राज्य प्रतिनिधि सोनम राठौर ने संस्था के बारें में बताया। कार्यशाला का संचालन कानपुर मंडल से मंडलीय समन्वयक राशि गुप्ता ने किया, वही जिला प्रतिनिधि रतीश द्विवेदी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।इस मौके पर डीएमओ डॉ. हिलाल अहमद खान, एडीएमओ मुकेश दीक्षित, जिला कार्यक्रम प्रबंधक दीपक राय, यूएनडीपी से इरशाद बेग, टीएसयू से सुमन देवी, सीफ़ार संस्था से फर्रुखाबाद प्रतिनिधि अनुपम मिश्रा, सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
इस वर्ष 791 नए क्षय रोगी किए गए चिन्हित। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ जे जे राम ने कहा कि पिछले वर्ष जनपद में 2957 क्षय रोगी मिले थे। वहीं इस वर्ष अब तक 791 नए क्षय रोगी खोजे गए हैं। 9 मार्च से चले ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान’ के तहत अब तक 57 नए क्षय रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले टीबी रोग पर विजय पाना बहुत मुश्किल था लेकिन अब यह पूरी तरह से सही हो सकता है। और यह तभी संभव है जब टीबी रोग को न छुपाकर, इसकी जांच और इलाज समय से करा लिया जाए। डीटीओ ने कहा कि टीबी की जांच के लिए जिले के सौ शैय्या चिकित्सालय छिबरामऊ, जिला क्षयरोग केंद्र ग्वाल मैदान पर सीबीनाट और पीएचसी इंदरगढ़, तिरवा मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल कन्नौज में ट्रू नाट मशीन उपलब्ध है जिसके द्वारा सम्भावित टीबी रोगी की खोज करना आसान हो गया है।