जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में मत्स्य पालन हेतु आत्मन कक्ष में आवश्यक बैठक आहूत की गई।
अररिया
जिला पदाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित आत्मन सभाकक्ष में गुरुवार को समेकित मत्स्य पालन के कार्यो की मासिक समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन को लेकर विभाग वार पीपीटी के माध्यम से गहन समीक्षा की गई, जिसमें क्रमशः- मनरेगा योजना से तालाब निर्माण, लघु सिंचाई प्रमंडल अंतर्गत तालाब निर्माण, कृषि विभाग एवं कोशी बेसिन, तालाबों का हस्तांतरण, तालाबों की भूमि का अतिक्रमण, मछली बिक्री शेड का निर्माण, बायोफ्लॉक पद्धति द्वारा मत्स्य पालन, बत्तख पालन, मखाना की खेती, फिशरीज क्रेडिट कार्ड, समेकित मत्स्य पालन हेतु प्रशिक्षण के कार्यों की प्रगति एवं उपलब्धि से अवगत कराया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को मखाना उत्पादन, मत्स्य पालन, बत्तख पालन एवं मछली हॉट निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही साथ मखाना उत्पादन, बत्तख पालन एवं मत्स्य पालन से संबंधित सभी योजनाओं को निर्धारित समय सीमा के अंदर निष्पादित करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान डीपीओ मनरेगा द्वारा बताया गया कि 72 नया पोखर का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है । 26 तालाबों का कार्य चल रहा है इस प्रकार कूल 755 तलाब निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है। जिसमें 670 निजी पोखर शामिल है। बताया गया कि कुछ तालाब एवं पोखरा में पानी अधिक होने के कारण कार्य अवरुद्ध है। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन पोखरों में अधिक पानी के कारण कार्य पूर्ण होने की स्थिति में नहीं है ,वैसे योजनाओं को ड्रॉप करें। चिन्हित 14 पोखरों के कार्यों की प्रगति अगले माह तक समर्पित करने का निर्देश दिया गया। मछली हाट निर्माण की समीक्षा के दौरान डीपीओ मनरेगा द्वारा बताया गया कि सात जगहों पर मछली बाजार का निर्माण पूर्ण हो गया है। 4 जगहों पर कार्य चल रहा है। दो जगह बिक्री केंद्र भी चालू हो गया है। धरमगंज मछली बाजार को 10 अप्रैल तथा सीकटी हाट को 14 अप्रैल तक पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता लघु जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि निर्देशानुसार पांच पोखर में से चार पोखर का कार्य शुरू हो गया है। एक पोखर में पानी अधिक रहने के कारण कार्य शुरू नहीं किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया कि 15 दिनों में कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। कोसी बेसिन द्वारा तालाब निर्माण के निर्धारित लक्ष्यों के बारे में संबंधित प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है। जिन लोगों द्वारा तालाब का निर्माण किया गया है उनका भुगतान भी कर दिया गया है। जिन लोगों द्वारा तालाब निर्माण में रुचि नहीं लिया गया गया है उसे ड्रॉप करते हुए नए आवेदन संग्रह किया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन लोगों द्वारा तालाब निर्माण में रुचि नहीं लिया जा रहा है उसे ड्रॉप करते हुए विभागीय नियमानुसार नए आवेदन प्राप्त करें और निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण करावें। इसके त्वरित निष्पादन हेतु जिला कृषि पदाधिकारी से समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। तलाब अतिक्रमण की समीक्षा के दौरान वरीय उप समाहर्ता ओम प्रकाश द्वारा बताया गया कि 6 पोखर अतिक्रमित है। जिसमें तीन पोखर अतिक्रमण मुक्त करा लिया गया है। शेष तीन पोखर से संबंधित वाद न्यायालय में लंबित है। वरीय उप समाहर्ता को निर्देशित किया गया कि न्यायाचित कार्रवाई सुनिश्चित करें। आदर्श पोखर निर्माण के प्रगति के बारे में बताया गया कि तीन पोखर पूर्ण हो गया है शेष पोखर में पानी अधिक रहने के कारण कार्य अवरुद्ध है। डीपीओ मनरेगा को निर्देशित किया गया कि अधिक पानी होने के कारण कार्य अवरुद्ध है तो इसे ड्रॉप करना सुनिश्चित करें। डीपीएम जीविका को निर्देशित किया गया कि तालाबों में मछली का जीरा समय पर डालें और आय एवं व्यय का आकलन सुनिश्चित करें। मखाना उत्पादन की समीक्षा के दौरान उद्योग महाप्रबंधक को निर्देशित किया गया कि मखाना प्रोसेसिंग हेतु प्रपोजल समर्पित करें इसके लिए वरीय उप समाहर्ता विकास कुमार एवं विजय कुमार को मखाना प्रोसेसिंग में आय एवं व्यय का आकलन कर पूर्ण विवरण समर्पित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में वरीय उप समाहर्ता, जिला मत्स्य पदाधिकारी, उद्योग महाप्रबंधक, डीपीओ मनरेगा, डीपीएम जीविका एवं संबंधित पदाधिकारिगण उपस्थित थे।