पुरानी पेंशन और वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय से कोई समझौता नहीं-उदयराज मिश्र
अम्बेडकर नगर।प्रदेश में 01 अप्रैल 2005 के पश्चात सेवा में आये शिक्षकों व कर्मचारियों तथा अबतक सेवानियमावली व मानदेय से वंचित वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश कोई समझौता कदापि नहीं कर सकता औरकि तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण सहित सभी प्रमुख मुद्दों को आधार मानकर अतिशीघ्र प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।ये उद्गार महासंघ के माध्यमिक संवर्ग के अयोध्यामण्डल संयोजक उदयराज मिश्र ने एक विज्ञप्ति में व्यक्त किया है।
विज्ञप्ति के मुताबिक इस बाबत 07 अप्रैल को देरशाम हुई प्रांतीय कार्यकारिणी की मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष श्री संतोष सिंह,प्रदेश महामंत्री आशीषमणी त्रिपाठी सहित सभी प्रमुख लोगों ने ध्वनिमत से पुरानी पेंशन की अनिवार्यता और वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय दिए जाने विषयक प्रस्ताव का स्वागत करते हुए सरकार से मांगपत्र देते हुए अन्यथा की स्थिति में जोरदार आंदोलन चलाने का निर्णय लिया।जिसका प्रांतीय कार्यकारिणी ने एकमत हो समर्थन किया।इसप्रकार राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने राज्य से पुरानी पेंशन को अबिलम्ब बहाल करते हुए वित्तविहीन व तदर्थ शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की है।
विज्ञप्ति के मुताबिक शिक्षकों व कर्मचारियों की विभिन्न मांगों व पिछले दो दशकों में समाप्त उपलब्धियों को पुनः प्राप्त करने हेतु महासंघ ने आगामी 15 अप्रैल को लखनऊ में प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों,जिला महामंत्रियों सहित मण्डल संयोजकों व पदाधिकारियों की मीटिंग आहूत की है।जिसमें आंदोलन की व्यापक रूपरेखा का निर्णय करते हुए पदाधिकारियों का दायित्व निर्धारण किया जाएगा।
मीटिंग में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के महामंत्री डॉ ऋषिदेव त्रिपाठी,प्रदेशीय मंत्री डॉ संतोष शुक्ल सहित सभी मण्डल संयोजकों व कार्यकारिणी सदस्यों ने प्रतिभाग किया।प्रांतीय मीटिंग की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष संतोष सिंह व संचालन प्रदेश महामंत्री आशीषमणी त्रिपाठी ने किया।