जहां भाइयों में त्याग होगा वही प्रेम होगा …
स्वामी निर्मल शरण
कन्नौज स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में श्री राम काज सेवा समिति द्वारा आयोजित श्री राम कथा के नौवें दिवस में स्वामी निर्मल शरण जी महाराज ने बताया कि आज भाई भाई में प्रेम नहीं दिखता श्री राम कथा से सबको शिक्षा लेनी चाहिए यदि प्रभु राम ने भाई भरत के लिए राज गद्दी छोड़ दी तो उस राजगद्दी को भाई भरत ने भी नहीं स्वीकारा।पहले के भाई विपत्ति का बंटवारा करते थे और आज के भाई संपत्ति का बंटवारा करते हैं।जिस परिवार में त्याग का भाव होगा वही प्रेम होगा।यदि परिवार में प्रेम है तो नमक रोटी में भी स्वाद होता है,प्रेम ना हो तो छप्पन भोग भी नीरस लगते हैं।स्वामी जी ने बताया जब सूपनखा भगवान राम के पास सुंदर बन कर जाती है भगवान राम सूपनखा को देखे तक नहीं क्योंकि भगवान को नकली रूप बिल्कुल पसंद नहीं है।जहां नकली रूप बना कर गई सुपनखा को भगवान देखे तक नहीं,वहीं बूढ़ी शबरी माता को राम जी भामिनी,गज गामिनी सुंदरी कह कर बुलाते हैं क्योंकि भगवान भाव देखते हैं-
भाव का भूखा हूं मैं भाव ही बस सार है।
भाव से जो भी भजे तो उसका बेड़ा पार है।।
जिन का भाव सुंदर होता है भगवान उन्हें मिलते हैं।