लघु उद्योग भारती के बैनर तले उद्योग बन्धुओं ने दिया मुख्यमंत्री को सम्बोधित कर जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
👉बिजली विभाग के अधिशासी अभियंन्ता रामसनेही पर लगे रिश्वत के आरोप
अजय सिंह
फतेहपुर जनपद एक समय औद्योगिक हब के रूप मे मँलवा क्षेत्र जाना जाता था यहाँ की अधिकारी ईकाइयों मे अधिकारियों की उदासीनता के चलते क्षेत्रों के युवाओं का रोजगार के लिए गैर जनपद से लेकर गैर प्रान्तों तक बेरोजगार युवाओ को अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए सफर करना पडता है यहा कुछ उद्यामी अगर रोजगार लगाने के लिए प्रयास भी करता है तो उसको अधिकारियों के बिजली विभाग से लेकर जिला उद्योग विभाग के ईतने चक्कर लगाने पड जाते है कि उसके पैरों का पसीना सर तक पहुच जाता है ईसका सीधा सा अर्थ और मतलब यह है कि बिना चढावा के कोई काम किसी भी विभाग मे बिना चढावें के आगे खिसक नही सकती है नही तो आपकी फाईल य तो विभाग से गायब हो जायेगी य फाईल दफ्तरों मे धूल खाती रहेगी।
आज जिलाधिकारी फतेहपुर अपूर्वा दुबे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित करते हुये जनपद के लघु उद्योग भारती के जिला संयोजक सत्येन्द्र सिंह की अगुवाई एक दर्जन उद्यामियों ने जिलाधिकारी फतेहपुर के कैम्प कार्यालय पहुच कर बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता रामसनेही यादव द्बारा को प्रताडित किये जाने के सम्बन्ध में ज्ञापन सौपा,और बताया कि जनपद मे पद आसीन उद्योगों के हित समर्थन करने वाले विभागों के जिलास्तरीय अधिकारियों की संवेदनहीनता के कारण उद्यमियों के समास्याओं आधिकारियों की सोच के बीच एक गहरी खाई पड़ गयी है।अधिकारियों की टालमटोल नीति एवं गैर जिम्मेदराना रवैया के कारण वर्तमान समय मे फतेहपुर मे औद्योगिकीकरण की पहचान लुप्त होती चली जा रही है जनपद में मलवा औद्योगिक क्षेत्र मे लगभग एक सैकडा से अधिक इकाइयों का संचालन हो रहा था परन्तु बिजली बिभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते एक के बाद एक ईकाई बन्द होती गई आज कि यह स्थित है कि लगभग 30से 35 इकाइयां ही चल पा रही है अगर बिजली विभाग के अधिकारी यही रवैया अपनाए रहेगें तो वह दिन दूर नही कि यह जो इकाइयां चल रही है वो भी बन्द न हो जाये,और बेरोजगारी का आलम और बढ न जाये उद्यामियों ने बताया कि यह भी बताया कि जनपद मे नए उद्यमी आना नही चाहते क्योकि यहाँ के बिजली विभाग के अधिकारियों का हाल बेहाल है उद्यामियों ने बताय कि मतलब साफ है कि चढावा चाहिए इसी के चलते वह मलवाँ औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग नही लगाना चाहते है अगर कोई उद्यमी आ गया तो उसको इस कदर परेशान कर दिया जाता है कि उद्योग वह लगा ही न पाये इस सब महज चढावा के लिए होता है अगर उनके मनमाफिक चढावा चढ गया तो ठीक है नही तो उद्यामी की चप्पले घिस जायेगी इन सब मामलों में निवेश मित्र जैसे पोर्टल को उद्यमी हित में बनाया गया जिसमे बिजली बिभाग फतेहपुर के द्बारा जो भी उद्यामी नये संयोजन के लिए आवेदन करते है उनका आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है फिर उद्यामी को मजबूर करने का एक रास्ता तैयार किया जाता है तब उद्यमी से सुविधा शुल्क की बात की जाती है अगर सुविधा शुल्क नही दिया तो बिजली विभाग के द्बारा उद्यमियों को संयोजन नही दिया जायेगा जब से अधिशासी अभियंता रामसनेही यादव खण्ड मे आये हुयें है उद्यामियों को पूरी तरह से परेशान किये हुये है आपकी रोजगार देने वाली नीति को लेकर उद्यमी जनपद मे निवेश करके उद्योग लगाते है जनपद मे लोगो को रोजगार देते है उद्यामीयों ने बताया कि बिजली विभाग के इस रवैये के चलते उद्यमी मजबूर उद्योग बंन्द करने के कगार पर खडा है और औद्योगिक क्षेत्र मलवाँ में विजली की ट्रिपिंग कटौती से उद्यमी परेशान है विभाग के द्बारा कोई सूचना नही दी जाती है।जिसके कारण उत्पादन का नुकसान होता है इसी के चलते आज मजबूर होकर लगभग एक दर्जन उद्यमियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा हैं ताकि जनपद फतेहपुर मे औद्योगिक की पहचान बनी रहे। एक दर्जन से अधिक उद्यमियो ने एकजुट होकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अधिशासी अभियन्ता की जाँच कराकर जिलाधिकारी ने कार्यवाही का आश्वासन दिया