ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन संपन्न
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़
स्थानीय १०० शैया जिला अस्पताल अतरौलिया के सभागार में ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे विकास खंड अतरौलिया की बिभिन्न 20 ग्राम पंचायतों की 85 माहिलाओ व् आशा ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 के के झा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक १०० शैया जिला अस्पताल अतरौलिया और विशिष्ट अतिथि डा0 अमरजीत यादव तथा डा 0 मोहनलाल थे, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान के सचिव राजदेव चतुर्वेदी ने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में मनाते हैं, 2003 में, 1800 संगठनों के गठबंधन व्हाइट रिबन एलायंस इंडिया (WRAI) के अनुरोध पर, भारत सरकार ने 11 अप्रैल राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में घोषित किया था, इसके पीछे, यह सुनिश्चित करना कि गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर सेवाओं के दौरान महिलाओं को उपलब्धता और देखभाल के लिए पर्याप्त पहुंच होनी चाहिए|
सुरक्षित मातृत्व का मतलब सभी महिलाओं को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ होने के लिए आवश्यक देखभाल प्राप्त करना सुनिश्चित करना है, राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस जैसे वार्षिक अभियानों का लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना है कि हर महिला को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जीने और जीवित रहने का अधिकार है |
भारत में पिछले कुछ वर्षों में गर्भावस्था और प्रसव के कारण होने वाली मौतों की संख्या बहुत अधिक रही है लेकिन कई प्रयासों के बाद हाल के रिकॉर्ड बताते हैं कि भारत के एमएमआर (मातृ मृत्यु दर) में गिरावट आई है, साल 2017-19 में 167 थी | किन्तु एक बार फिर कोविड-19 महामारी के दौरान मातृ मृत्यु में वृद्धि देखी गई है | भारत में महामारी के दौरान प्रसवपूर्व जांचें बहुत ही निम्न स्तर पर हुई हैं चार जांचे कराने वाली महिलाओं की संख्या में और संस्थागत प्रसवों की संख्या में बहुत गिरावट आई हैI इस संकट ने हमें दिखाया है कि हमें आवश्यक सेवाओं को प्रभावित किए बिना आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकारी स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना चाहिए | नीति आयोग की हेल्थ इंडेक्स 2021 की स्वास्थ्य सेवाओं की सूची में यूपी सबसे नीचे 19वें स्थान पर है | हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था में लगातार गिरावट होती जा रही है | ऐसा नही है कि सरकार द्वारा कोई कदम नही उठाये जा रहें है, लेकिन शायद अभी और अधिक कड़े कदम उठाने किया आवश्यकता है | तभी हम सुरक्षित मातृत्व दिवस सुरक्षित तरीके से मन सकते हैं |
डा0 अमरजीत ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस गर्भावस्था, प्रसव, और प्रसवोत्तर सेवाओं के दौरान देखभाल के लिए पर्याप्त पहुंच के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रतिवर्ष मनाया जाता है, इस दिन हमारे लिए यह संदेश है कि गर्भावस्था और प्रसव के दौरान, निर्माण संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली मां के इस रूप को और अधिक प्यार और सुरक्षा दे ताकि कोई भी महिला कभी भी मातृ सुख से वंचित न रह जाए| हर माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के रूप में मनाया जाता है जिसके अंतर्गत उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को सभी आवश्यक सेवाए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया व १०० शैया पर दी जाति है |
डा0 मोहनलाल ने सभी गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व 4 जाँच के बारे में बताया तथा १०० शैया पर मिलने वाली सेवाओं विशेष करके जाँच के बारे में बताया I
अपने सम्बोधन में डा 0 के के झा ने कहा कि ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान का प्रयास सराहनीय है मातृत्व स्वास्थ्य के लिए हमारे यहाँ पर १०० अतिरिक्त बेड है जहाँ पर हमारी स्टाफ नर्स के द्वारा सामान्य प्रसव के लिए समुचित सेवाए मुफ्त दी जा है हमारे यहाँ पर आपरेशन की सुविधा नहीं है क्योकि इसके हमारे पास स्त्री रोग विशेषज्ञ नही है जिसके लिए हम शासन स्तर पर प्रयास कर रहे है जल्द ही इसका समाधान हो जायेगा हमारे यहाँ पर किसी को कोई समस्या होने पर हमसे सीधे सम्पर्क कर सकता है हम उसकी पूरी मदद करेगेI कार्यक्रम में जान्हवीदत्त, ज्योति, सुप्रिया, दिनेश एवं अम्बुज ने सक्रिय सहयोग किया I
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट 94527179प9