शिल्पीकार भारत रत्न बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की 131 वीं जयंती गुर्मही स्कूल द्वारा मनाया गया
फोटो
फारबिसगंज (अररिया ) सामाजिक समरसता के प्रतीक भारतीय संविधान के शिल्पीकार भारत रत्न बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की 131 वीं जयंती मध्य विद्यालय गुरमही 2 ( खवासपुर ) द्वारा समाजिक समता व समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल परिवार के प्रधानाध्यापक सुबोध कुमार मंडल, मो तैयब, मिथिलेश कुमार मंडल, विजय कुमार गुप्ता, नीलोफर अरकम ,साजिद आलम की संयुक्त अगुवाई में स्कूल ने जयंती मनाई गई। इस मौके पर स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए एचएम सुबोध कुमार मंडल ने कहा कि श्रद्धयेअम्बेडकर ने समाज के वंचित वर्ग को शिक्षित व सशक्त किया और हमें न्याय व समता पर आधारित एक ऐसा प्रगतिशील संविधान दिया, जिसने देश को एकता के सूत्र में बाँधने का काम किया और कहा कि उनका विराट व्यक्तित्व व विचार हमारी प्रेरणा का केंद्र है। उन्होंने बाबा साहेब के ध्येय वाक्य शिक्षित बनो, संगठित हो और सँघर्ष करो को आत्म सात कर शोषण मुक्त समता युक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान करने का आह्वान किया।
वहीं आज भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में शिक्षकों ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समाज सुधारक दलित राजनेता समाजसेवी एवं कानून के ज्ञाता के धनवान थे । शिक्षक विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर ने अपना समस्त जीवन भारत की कल्याण कामना संतुलित समाज रचना के नाम कर दिया था। वहीं मिथिलेश कुमार मंडल ने कहा कि भारत के अंतरिक्ष ,सामाजिक, आर्थिक तौर पर पिछड़े और अभिशप्त लोगों पर उन्हें इस अभिशप्त से मुक्ति दिलाना ही डॉक्टर अंबेडकर के जीवन का संकल्प था।