संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत, मृतक महिला के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं
रिपोर्टर अविनाश शाण्डिल्य के साथ बिबेक द्विवेदी Vv न्यूज चैनल कोंच जालौन
कोंच में कांशीराम कालौनी में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। मृतक महिला के चार छोटे-छोटे बच्चे है। मोहल्ले के लोगों की मानें तो बताया जा रहा है कि मृतक महिला कुछ दिनों से बीमार चल रही थी।
कोंच कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम कालौनी शारदा उर्फ आरती मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का भरण पोषण करती थी। मृतका सोमवार को कोंच तहसील के गाँव कनासी के पास एक वैवाहिक कार्यक्रम में पूड़ी बेलने आदि के कार्य से गयी थी। तभी उसको वहाँ दर्द होने लगा और ब्लीडिंग भी शुरू हो गयी। जिसके बाद इस महिला को असरफ अली पुत्र बारिश अली निवासी कांशीराम कालौनी जिसके साथ यह महिला काम करने जाती थी, उसको कोंच के डॉ. आर.बी. जैन के पास ले आया। जहाँ उन्होंने इस महिला की जान को खतरा बताते हुए सरकारी अस्पताल ले जाने की बात कही। जिस पर असरफ उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गया। जहाँ डॉक्टरों ने कहा कि इसे घर ले जाओ, इसके शरीर में खून ही नहीं बचा है। जिसके बाद इस महिला ने देर दम तोड़ दिया। मृतक महिला कांशीराम कालौनी में ही रोड पर रखी है। बताया जा रहा है कि मृतक महिला का पति चार साल पहले मर चुका है, इस महिला को असरफ अली पुत्र बारिश अली निवासी कांशीराम कालौनी ही रखे हुए था और वह ही उसके बच्चों व उसका भरण पोषण करता था। मृतक महिला जबसे उसके पति की मौत हो चुकी थी उसके बाद से अपने ससुरालीजनों के पास नहीं रहती थी, असरफ अली के पास ही किसी दूसरे की कालौनी में रहती थी। असरफ और मृतक महिला के सम्वन्ध काफी नजदीकी थे, यह बात मोहल्ले के व उसके इसी कालौनी में रहने वाले ससुर मूलचन्द्र ने भी बताई। घटना की सूचना असरफ अली द्वारा उसके ससुर को दी गयी है लेकिन वह आये नहीं। असरफ ने बताया कि घटना की सूचना उसने पुलिस को नहीं दी है। मृतक महिला की उम्र लगभग 36 वर्ष बताई जा रही है। घटना को लेकर समाचार लिखे जाने तक पुलिस मौके पर नहीं पहुँची है।
मृतक महिला के मायके में नहीं है कोई
मृतक महिला नागपुर की रहने वाली बताई जा रही है। उसके ससुर मूलचन्द्र ने बताया कि उसके मायके में कोई भी नहीं है, उसका पिता था वह भी अभी दो साल पहले मृतक हो चुका है।
ससुर ने कहा पुलिस को सूचना दे दी है, बच्चों का भरण पोषण करे असरफ
मृतक महिला के ससुर मूलचन्द्र से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी है। पुलिस ने उनसे कहा है कि प्रार्थना पत्र लेकर आने की बात कही है। मूलचन्द्र ने कहा कि मेरी बहू मजदूरी करती थी, चार साल से असरफ ही उसकी कमाई खाता चला आ रहा है और उसके मृतक पुत्र की भी कमाई यही रखे हुए है तो उसके चार बच्चों को आगे भरण पोषण की जिम्मेदारी असरफ ही करे, इसके लिए वह पुलिस की मदद ले रहा है। उसने। बताया कि वह एक हांथ से दिव्यांग है, उम्र भी ज्यादा हो चुकी है वह इन बच्चों के लिए कुछ कर भी नहीं पायेगा। उसने बताया कि उसका एक पुत्र और है जिसके तीन उसके बच्चे है, एक उसकी पत्नी है और वह खुद भी उसी पर आश्रित है इतना बड़ा परिवार ही एक व्यक्ति संभाले है, यह बच्चे उससे कैसे संभलेंगे। उसने कहा कि इन बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी असरफ को ही करनी होगी।
मृतक महिला के चार छोटे छोटे बच्चे
मृतक महिला के चार छोटे छोटे बच्चे हैं। जब तक माँ थी तब तक किसी तरह से गुजारा हो जाता था लेकिन अब उनका भरण पोषण कौन करेगा, यह प्रश्न खड़ा होने लगा है। मृतक महिला के संतोष, मंतोष, चुटकी व बाबूलाल सन्तानें हैं, जिनकी उम्र क्रमशः 13 वर्ष, 11 वर्ष, 8 वर्ष व 6 वर्ष है।