हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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नाटक जब मैं सिर्फ एक औरत होती हूं और चरणदास चोर से सजेगी नाट्य मेला की साप्ताहिक शाम।
कुरुक्षेत्र : हरियाणा कला परिषद द्वारा कला कीर्ति भवन की भरतमुनि रंगशाला में 27 मार्च से प्रारम्भ हुए नाट्य मेला में प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार व शनिवार को प्रदेश के रंगकर्मियों के नाटकों का मंचन करवाया जा रहा है। इसी कड़ी में इस सप्ताह 22 अप्रैल व 23 अप्रैल को दो नाटकों का मंचन किया जाएगा। यह जानकारी हरियाणा कला परिषद के मीडिया प्रभारी विकास शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को सार्थक सांस्कृतिक संघ, करनाल के कलाकारों द्वारा पाली भूपिंद्र की लेखनी से सजा और रंगमंच व टीवी कलाकार संजीव लखनपाल के निर्देशन में जातीय दंगों की पीड़ा को दर्शाता नाटक जब मैं सिर्फ एक औरत होती हूं मंचित किया जाएगा। सायं 6.30 बजे मंचित होने वाला यह नाटक अहसास करवाएगा कि औरत पर होने वाले अत्याचार में खुद औरत की भूमिका भी कई बार संदिग्ध दिखाई देती है। औरत के खिलाफ औरत का खड़ा होना हमारे देश काल की दुखद स्थिति रही है। जब एक औरत सिर्फ औरत होकर सोचती है तो इन्सानियत की लकीर को कई गुणा बड़ा कर देती है। जातीय दंगों को केंद्र में रखकर
इस नाटक की कहानी को बुना गया है। वहीं 23 अप्रैल को हबीब तनवीर के बहुचर्चित हास्य-व्यंग्य नाटक चरणदास चोर का मंचन किया जाएगा। स्थानीय कलाकार राजवीर राजू के निर्देशन में तैयार नाटक में एक चोर के जीवन में घटने वाली घटनाओं को हास्यप्रद ढंग से दर्शाया जाएगा। जिसमें पुलिस से बचते-बचते चोर राजमहलों तक पहुंच जाता है और सच बोलने की सजा पाकर फांसी पर टांग दिया जाता है।