अकीदत के साथ अदा की गई अलविदा जुम्मे की नमाज, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़ ।नगर पंचायत अतरौलिया सहित जनपद के विभिन्न अंचलों में माहे रमजान मुबारक का अंतिम जुमा (शुक्रवार) इस्लाम धर्मावलंबियों ने अकीदत के साथ अलविदाई जुमा की नमाज अदा की। इस अवसर पर मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों में रोजाना की अपेक्षा प्रातः काल से ही चहल पहल रही ।अलविदा जुमा की नमाज अदा करने के लिए मुसलमानों में विशेष उत्साह दिखाई पड़ा। स्थानीय नगर पंचायत अतरौलिया में जामा मस्जिद में अलविदा की नमाज अदा की गई। नमाज के वक्त नमाजियों से भरी मस्जिद में जामा मस्जिद अतरौलिया के पेश इमाम मौलाना अब्दुल बारी नईमी ने नमाज पढ़ाई। और उन्होंने नमाज और रोजा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अलविदा गोया की रमजान शरीफ की हर दिल अजीज पाबंदियों से जुदाई का पैगाम लेकर आता है। हदीसे पाक में आया है कि सरकारे मदीना सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फरमाया कि अगर माहे रमजान की आखिरी रात आती है, तो जमीनों आसमान के फरिश्ते मेरी उम्मत की मुसीबतों को याद करके रोते हैं। सहाबये कराम ने अर्ज किया कि या रसूलुल्लाह कौन सी मुसीबत, सरकार ने फरमाया कि रमजान मुबारक का रुखसत होना। क्योंकि इससे सदकात और दुआओं को कबूल किया जाता है। नेकियों का अजगरों सवाब बढ़ा दिया जाता है ।दोजख का अज़ाब दूर कर दिया जाता है। तो रमजान उल मुबारक की जुदाई से बढ़कर मेरी उम्मत के लिए और कौन सी मुसीबत हो सकती है। हदीसे पाक में आया है कि जो इंसान (शख्स) रमजान मुबारक के आने की खुशी और जाने का गम करे उसके लिए जन्नत है ।और अल्लाह पाक पर हक है कि उसे जन्नत में दाखिल फरमाए। और साथ ही साथ ईद की रात भी बड़ी कीमती होती है। उस रात को इबादतों रियाजत में गुजारनी चाहिए। और ईद के मुबारक दिन में खुशी का इजहार करना सुन्नत है ।और आपस में मुलाकात व गले मिलना बेहतर तरीका है। हमारे प्यारे रब हमें और तमाम मुसलमानों को रमजान मुबारक की आमद पर खुशी, और गमगीन होने की तौफीक माह रमजान शरीफ का और कुरान ए मजीद की सफाअत हम गुनाहगारों के हक में कबूल फरमाये आमीन् ।इस्लाम मजहब के प्रति सच्चा यकीन एवं मुसल्लम ईमान का संदेश देने वाले माहेबूब ए खुदा की बंदगी में रोजा रखकर पाकीजगी और पाबंदी के साथ पूरे रमजान भर मुसलमानों पांच वक्त की नमाज मस्जिदों को सजाकर अदा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि रमजान के रोजेदारों को अल्लाह ताला उनके सारे गुनाहों को माफ कर उन पर अपने रहमतों एवं बरकतों को बेपनाह बरसात करता है। उसे जन्नत नसीब करता है, खुदा ने फरमाया है कि रोजा मेरे लिए और रोजा रखने वाले हर बंदे को मैं उनके सारे गुनाहों को माफ कर उसे इज्जत, दौलत, शोहरत, लंबी हयात, सोहरत, सेहत के साथ जन्नत भी नसीब करता हूं। और बतौर तोहफा देता हूं इसलिए मुसलमान के लिए रोजा रखना फर्ज है। इसी क्रम में हर मुस्लिम अपने पूजी का 40 वां हिस्सा निकालकर मजलूमों, गरीबों यतीमों में तक्सीम कर रहे हैं। रोजेदार नमाजियों की भारी भीड़ अपने मजहब के प्रति फर्ज, उत्साह, लगन ,निष्ठा का बेमिसाल उदाहरण है। इसी प्रकार नगर पंचायत अतरौलिया क्षेत्र स्थित भौराजपुर, हैदरपुर, लोहरा, मदियापार, तेजापुर, खपूरा बांसगांव, अचलीपुर अतरैठ में भी रमजान को लेकर भारी उत्साह है। नगर में रोजेदारों के सम्मान में इफतार का सिलसिला जारी है। चारों तरफ खुशहाली ही खुशहाली है। सभी लोग ईद की खुशी में मस्त हैं। बच्चों में ईद का की खुशी का आलम ही अलम है।इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।थाना प्रभारी रमेश कुमार दल बल के साथ क्षेत्र के सभी मस्जिदों का चक्रमण करते नज़र आते। इस प्रकार शान्ति अलविदा जुमा की नमाज़ सम्पन्न हो गया।
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट 9452717909