जांजगीर-चांपा 03 मई 2022/ कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने कल जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कृषि विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।कलेक्टर ने कहा कि धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहन देने वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को नवीन लक्ष्य अनुसार 12000 हेक्टर की कार्य करने के निर्देश दिए।
धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहन देने हेतु नवीन लक्ष्य –
नवागढ़ – 1370.500 हेक्टेयर, बम्हनीडीह – 1355.500 हेक्टेयर, जैजैपुर – 1345.500 हेक्टेयर, पामगढ़ – 1285.500 हेक्टेयर, अकलतरा – 1304.500 हेक्टेयर, बलौदा – 1248 हेक्टेयर, सक्ती – 1350.500 हेक्टेय, मालखरौदा – 1367.500 हेक्टेयर एवं डभरा – 1372.500 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ने वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को उक्त संशोधित लक्ष्य की पुनः कार्ययोजना तैयार कर सही जानकारी प्रस्तुत करने को कहा।
उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में खरीफ बीज लक्ष्य 140800 क्ंिवटल है जिसमें सभी संस्थाओं से 115900 क्ंिवटल बीज उपलब्ध है। जिसका भंडारण 63000 क्ंिवटल है जिसमें 4772 क्ंिवटल बीज कृषकों को वितरण किया जा चुका है। लक्ष्य के अनुसार बीज का भंडारण एक सप्ताह के भीतर समितियों में करा लिया जावेगा।
इसी तरह से उर्वरक का लक्ष्य 98200 मेट्रिक टन है समितियों में 14933 मेट्रिक टन का भंडारण कर लिया गया है। जिसमें से 280 मेट्रिक टन कृषकों को वितरण किया गया है। उर्वरक का भंडारण एक सप्ताह के भीतर समितियों में करा लिया जावे एवं कृषकों को अगस्त अंत तक उर्वरक वितरण का कार्य पूर्ण कर लिया जावेगा।
पी.एम.किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत जिले में 355378 किसान पोर्टल में इन्द्राज है। जिसका ई.केवायसी 185793 अपडेट किया जा चुका है जिसमें 169585 किसानों को पेंडिंग है। जिसे शतप्रतिशत तत्काल पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है।मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना वर्ष 2021-22 अन्तर्गत 1453 एकड़ में फलदार तथा इमारती लकड़ी पूर्ति की गई थी। इस वर्ष सभी विकासखंडों को 13-13 हेक्टर वृक्षारोपण का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये है।राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अन्तर्गत धान के बदले अन्य फसल लेने वाले कृषकों का पंजीयन पूर्ण कर एवं फसल परिवर्तन का बढ़ावा देने के लिये विशेष रूप से कृषकों को तकनीकी मार्गदर्शन देते हुए बीज व्यवस्था, खाद अद्यतन सामग्री हेतु कृषकों को प्रोत्साहित किया जावे।
गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है जिसमें गोठानवार गोबर खरीदी के आधार पर वर्मी कम्पोस्ट खाद, सुपर कम्पोस्ट खाद का उत्पादन करते हुए विक्रय करने सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को किया जावे एवं शतप्रतिशत वर्मी एवं सुपर कम्पोस्ट खाद का विक्रय माह जून तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। गौठानों मंे संचालित मल्टी एक्टिविटी केन्द्र सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, बत्तख पालन अन्य गतिविधियों को गौठानों में संचालित कराया जावे। संचालित मल्टी एक्टिविटी केन्द्र से स्व-सहायता समूहों को अधिक से अधिकतम लाभ प्राप्त एवं रोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण औद्योगिक पार्क के अर्न्तगत तेल मिल, दाल मिल, आटा मिल, मिनी राईस मिल प्रसंस्करण इकाई की स्थापना गौठानों में निर्मित किया जावे। गौठानों में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं गौठान के नोडल अधिकारी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रतिदिन दो से तीन घंटे गौठान समूहों एवं स्व-सहायता समूहों संचालित गतिविधियों पर शतप्रतिशत कार्य करने एवं इसका कड़ाई से पालन का निर्देश दिया गया है।
समीक्षा बैंठक में जिले के उप संचालक कृषि श्री एम.आर.तिग्गा एवं अनुविभागीय कृषि अधिकारी जांजगीर श्री एन.के.भारद्वाज, अनुविभागीय कृषि अधिकारी सक्ती श्री मनीष कुमार मरकाम, अनुविभागीय कृषि अधिकारी पामगढ़ श्रीमती नीलम आजाद एवं विकासखंडों के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सहित जिले के कार्यालयीन तकनीकी कक्ष प्रभारी श्री एन.के.दिनकर, श्री सी.एस.बर्मन, ललित राठौर, सूरज राठौर, श्रीमती प्रियंका रानी थवाईत आदि उपस्थित रहे।