उत्तराखंड:प्रदेश की राजनीति में रोज नए धमाके हो रहे हैं,
ताजा घटनाक्रम आम आदमी पार्टी के एक बयान से आया राजनीतिक भूचाल,
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
सागर मलिक
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने की कोशिश में है. इसी बीच उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने अपने एक एक बयान से राजनीतिक भूचाल ला दिया है. मोहनिया का कहना है कि उत्तराखंड में बीजेपी-कांग्रेस के विधायक उनके संपर्क में हैं. हालांकि, कांग्रेस-बीजेपी ने उनके बयान को खारिज कर दिया है.
देहादून. उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की तरफ से आए एक बयान ने राजनीतिक भूचाल ला दिया है. आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया का कहना है कि उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस के विधायक उनके संपर्क में हैं. मोहनिया का कहना है कि एक मंत्री और 4 विधायक जिसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों के विधायक शानिल हैं, चुनाव से पहले ये नेता आम आदमी पार्टी को जॉइन करेंगे.
मोहनिया की मानें, तो 5 नेताओं की उनसे मुलाकात हो चुकी है लेकिन वो नाम नहीं बताना चाहते और वक्त आने पर सब पता चल जाएगा. मोहनिया का दावा है कि साल 2022 के चुनाव से पहले ना सिर्फ 5 बल्कि और इससे भी ज़्यादा विधायक चुमाव से पहले आएंगे. वहीं बीजेपी और कांग्रेस को आने वाले चुमाव में बड़ी चुनौती मिलेगी. हालांकि मोहनिया किसी भी नेता का नाम खोंलने को राजी नहीं हैं.
बीजेपी-कांग्रेस ने दावे को बताया झूठा
आम आदमी पार्टी के प्रभारी दिनेश मोहनिया भले हो विधायको के संपर्क में होने का दावा कर रहे हों, लेकिम कांग्रेस और बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी के दावे हवाहवाई हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी का कहना है कि आम आदमी पार्टी का कुछ नहीं होने वाला, आम आदमी पार्टी सिर्फ बात करती है, कोई काम नहीं करती. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता खजान दास का कहना है कि आम आदमी पार्टी का सिक्का दिल्ली में भले हो चला हो, लेकिन उत्तराखंड में कुछ नहीं होने वाला. इसलिए आम आदमी पार्टी सिर्फ बिना आधार के दावे कर रही है. खजान दास का कहना है कि उत्तराखंड में सिर्फ बीजेपी है, और बीजेपी में हर पार्टी के नेता का स्वागत है और 2022 में भी सरकार बीजेपी ही बनाएगी.
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि बात करने और कहने में क्या जाता है, ऐसे ही बिना मतलब की बातें आम आदमी पार्टी कर रही है. लेकिन उन्हें उत्तराखंड का पता नबी है, कि यहां उनके हाथ कुछ भी नहीं आने वाला.