बिहार: सामुदायिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के उपायों को मजबूती देने का हो रहा प्रयास

सामुदायिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के उपायों को मजबूती देने का हो रहा प्रयास

  • विश्व पर्यावरण दिवस को ध्यान में रख कर किये जा रहे जागरूकता संबंधी कार्यक्रम
  • पर्यावरण सुरक्षा के साथ ही स्वास्थ के प्रति भी समुदाय को किया जा रहा जागरूक
  • कोविड-19 टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरूक

कटिहार, 03 जून।

धरती एवं इस पर मौजूद जीवन को संरक्षित रखने के लिये पर्यावरण की शुद्धता व संरक्षण जरूरी है। आधुनिकता के इस दौर में दुनिया भर में ऐसे चीजों का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। जो हमारे पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है। इससे हमारा जीवन बुरी तरह प्रभावित होने लगा है। वैश्विक महामारी, प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते मामले से हमें हर दिन दो चार होना पड़ रहा है। इसे देखते हुए पर्यावरण संरक्षण के उपायों को बढ़ावा देना जरूरी हो गया है। पर्यावरण संरक्षण के उपायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस को केंद्र में रख पिरामल फांउडेशन द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में जागरूकता संबंधी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसमें ग्राम प्रधान, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी, आशा सहित स्थानीय ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए पर्यावरण संरक्षण के उपायों को मजबूती देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही सभी स्थानीय लोगों को पर्यावरण के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा की भी जानकारी दी जा रही है। लोगों को स्वस्थ रहने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वस्थ कार्यक्रमों के साथ ही वर्तमान समय में सरकार द्वारा लोगों को लगाया जा रहा कोविड-19 टीका लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

पर्यावरण संरक्षण के लिये सामूहिक प्रयास जरूरी :
इसी कड़ी में जिले के बरारी प्रखंड के कालिका पुर स्थित जीविका ऑफिस परिसर में जीविका दीदियों की एक बैठक आयोजित की गयी। कार्यक्रम में भाग लेते हुए पिरामल फाउंडेशन के प्रमंडल प्रतिनिधि अमित कुमार ने पर्यावरण क्षति पहुंचाने वाले विभिन्न कारकों के प्रति लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा आधुनिकता के चक्कर में पूरी दुनिया में तेजी से पेड़ों की कटाई जारी है। पेट्रोलियम पदार्थ का अधिक उपयोग व आधुनिक जीवन शैली पर्यावरण को व्यापक नुकसान पहुंचा रहा है। इससे लोगों को भी बहुत नुकसान हो रहा है। पर्यावरण के खत्म होने से लोगों के स्वस्थ पर भी असर हो रहा है और आजकल लोग इसके कारण ज्यादा आसानी से बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। इससे सुरक्षित रहने के लिए हमें अपने इन आदतों में बदलाव करते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करना चाहिए।

पर्यावरण सुरक्षा के साथ ही स्वास्थ के प्रति भी समुदाय को किया जा रहा जागरूक :
पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि मनीष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में फाउंडेशन (स्वास्थ्य व शिक्षा) द्वारा सामुदायिक स्तर पर आयोजित होने वाली बैठक में लोगों को पर्यावरण संरक्षण संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करने के साथ ही स्वास्थ सुरक्षा के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सरकार द्वारा स्वस्थ्य रहने के लिए स्थानीय स्तर पर आवश्यक कार्यक्रम जैसे आरोग्य दिवस, नियमित टीकाकरण, महिलाओं व शिशु की स्वास्थ्य जांच आदि से संबंधित लोगों को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है। आशा कार्यकर्ताओं को आरोग्य दिवस के मौके पर अपनी महत्वपूर्ण उपस्थित दर्ज कराने के लिये प्रेरित किया जा रहा है।

कोविड-19 टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरूक :
पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि आजाद सोहेल ने लोगों को कोविड-19 टीकाकरण में भी बढ़चढ़ भाग लेने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा दिया जा रहा टीका बहुत आवश्यक है। सभी लोगों को इसका तीनों डोज समय पर लगाना चाहिए ताकि वे संक्रमण से सुरक्षित रह सकें।

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