कन्नौज
कंस वध होते ही कृष्ण भगवान के जयकारे से गूंज उठा भागवत प्रांगण
अवनीश कुमार तिवारी
कन्नौज। इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के कलशान स्थिति ज्वाला देवी मंदिर प्रांगण मे ग्रामीणों के सहयोग से चल रही श्रीमद्भागवत कथा में माखन चोरी के बाद गोपी उद्धव संवाद जिसमें गोपियों ने उद्धव द्वारा दिए गए ज्ञान प्रेम की परिभाषा पर बताया कि उद्धव प्रेम के लिए जग में कोई और नहीं है। उधो मन न भए दस बीस , श्याम संग। का उदाहरण देते हुए आचार्य ने मनमोहक वर्णन किया । गोपियों ने उद्धव को जवाब देते हुए यह प्रसंग मार्मिक सुनाते हुए शास्त्री ने कहा प्रेम की कोई परिभाषा नहीं होती है । ना तो उम्र होती है और ना ही जात पात । भक्तों को कथा सुनाते हुए शास्त्री ने बताया कि राधा जैसी प्रेमिका और कृष्ण जैसा प्रेमी ना तो जग में हुआ है और ना ही होगा । जोकि दूर दूर रहकर भी रोज सपने में मिलने आते थे और कृष्ण भगवान ने राधा को वरदान दिया था कि राधा हम रोज मिले ना मिले लेकिन सपने में हर रात को जरूर मिलने आएंगे । कलयुग में बताया गया कि भगवान ने राधा से कहा कि जो भी प्रेमी होगा उसमें हमारा रूप और प्रेम में आप का रूप अमृत होगा। यह हम आपको वरदान देते हैं। इसके बाद छठे दिन कंस वध होते ही कृष्ण भगवान के जयकारे से गूंज उठा भागवत प्रांगण। भक्तों ने लगाए जय कन्हैयालाल के नारे। इसके बाद भक्तों को कथा सुनाते हुए कथावाचक राघव किन करें सुदामा चरित्र की कथा सुनाकर भक्तों को बताया कि मित्र कितना भी गरीब क्यों ना हो लेकिन मित्रता नहीं छोड़नी चाहिए। मित्र वही होता है जो दुख में भी और सुख में भी दोनों में पूरा सहयोग करें । सचिन शुक्ला ,पूनम ,राखी , रीना , रेखा , उर्मिला ,चंद्रभान शुक्ला , प्रदीप शुक्ला ,राजेश शुक्ला ,सुमित ठाकुर , सुधीर कुमार सहित दर्जनों भक्त मौजूद रहे ।