हिन्दुओं के 18 पुराणों में से एक है श्रीमद् भागवत
जलालाबाद
समाजसेवी शुभम त्रिपाठी के आवास पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य रजनीश अग्निहोत्री श्रोताओं को कथा सुनाते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत हिन्दुओं के 18 पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्रीकृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद् भावगत मोक्ष दायिनी है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं।
संसार में आकर मोहमाया के चक्कर में पड़ जाता है प्राणी
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है। सत्संग व कथा के माध्यम से मनुष्य भगवान की शरण में पहुंचता है, वरना वह इस संसार में आकर मोहमाया के चक्कर में पड़ जाता है, इसीलिए मनुष्य को समय निकालकर श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। बच्चों को संस्कारवान बनाकर सत्संग कथा के लिए प्रेरित करना चाहिए बुधवार को जनपद कन्नौज के जिलाधिकारी राकेश मिश्र व पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा भी न्यूज एंकर शुभम त्रिपाठी के आवास पर चल रही भागवत कथा को सुनने के लिए पहुंचे इस दौरान कथा के समापन पर डीएम व एसपी ने आरती की एवं भक्तों को प्रसाद भी बांटा और कथावाचक आचार्य रजनीश अग्निहोत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया