वन पंचायत पाली व घोडिया हत्सों के सरपंचो ने किया रीवर ट्रेनिग स्थल का मुआयना । ग्रामीणो मे भारी रोष_
आज पाली वन पंचायत व घोड़िया हल्सों के वन पंचायत सरपंचों के साथ रीवर ट्रेनिंग स्थल पर जाकर देखा तो पूरा खनन पट्टा वन पंचायतों के क्षेत्र में है जबकि दोनों वन पंचायत सरपंचों को कोई जानकारी व सूचना राजस्व विभाग द्वारा नहीं दी गई,घीरोली नाले में वन पंचायत भूमि में पोकलैंड मशीन से रातों रात रोड खोद दी गई,चार गाँव के 500 मीटर पीछे बीच गधेरे में 400 मीटर लंबा व 30 मीटर चौड़ा 6 मीटर गहरा खनन पट्टा स्वीकृत कर दिया गया भविष्य में आपदा से नीचे गाओं को काफी खतरा होगा
तहसीलदार राजस्व निरीक्षक की मौजूदगी में घोड़िया हलसों, घीरोली, मल्ली पाली के प्रधानों ने कहा कि बिना वन पंचायतों व ग्राम वासियों को विश्वास में लिए सरकार इनके संवैधानिक अस्तित्व को खत्म करना चाहती है,जिला प्रशासन खनन न्यास निधि से एक रुपए ग्राम पंचायतों की विकास में नहीं देती जबकि सबसे नुकसान ग्राम पंचायतों का होता है
प्रदर्शन करने वालों में,पूर्व बी डी सी सदस्य प्रकाश आर्य,नवीन आर्य,चन्द्र लाल,संजय कश्मीरा,सोहित बेलवाल,रामू भंडारी,सदी राम आदि दर्जनों ग्रामवासी मौजूद रहे,( हेमचन्द्र लोहनी संवाददाता )