ज्येष्ठ माह के अंतिम मंगल को सुंदरकांड, भंडारे के हुए आयोजन
👉 ज्येष्ठ पूर्णिमा पर सैकड़ों ने किया गंगा स्नान
कन्नौज । ज्येष्ठ माह के अंतिम मंगलवार को आज पूरे जिले में मंदिरों में हनुमान जी का विशेष पूजन किया गया और जगह जगह सुंदरकांड और भंडारे का आयोजन किया गया। भीषण गर्मी के बाबजूद ज्येष्ठ पूर्णिमा पर सैकड़ों लोगों ने आज महादेवी घाट पहुंच कर गंगा स्नान किया।
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर जिले के गंगा घाटों पर आज भारी भीड़ उमड़ी। प्रातःकाल से ही लोग स्नान दान करते रहे।
जेष्ठ मास के अंतिम मंगल बार को डीएम आवास के सामने विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। जिलाघिकारी राकेश कुमार मिश्र की पत्नी ने हनुमान जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन किया तथा आरती उतारी। उन्होंने हनुमान जी को भण्डारे का भोग अर्पण किया। श्री मती मिश्र ने यूथ इण्डिया के जिला प्रतिनिधि एवं डी पी एस स्कूल के प्रबन्धक संजय कटियार को भण्डारे का प्रसाद प्रदान किया जिसके बाद दिन भर सैकड़ों लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
कलेक्ट्रेट परिसर में हनुमानजी की पूजा-अर्चना हुई। अधिकारी व कर्मचारियों ने हवन में आहुति दी। सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया।जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कहा ज्येष्ठ मास के मंगल सनातनियों के लिए महत्व रखता है। इसी मास में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की पवनसुत हनुमान से भेंट हुई थी। हनुमान की पूजा करने से फल प्राप्त होता है। कलेक्ट्रेट परिसर में इस पर्व को मनाने की परंपरा रही है। यह गौरव का विषय है। इस दौरान एसपी प्रशांत वर्मा, सीडीओ आर एन सिंह, एसडीएम उमाकांत तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
बस स्टैंड सरायमीरा के निकट जेष्ठ माह के पांचवे मंगलवार को सुंदर कांड का आयोजन किया गया जिसमें पंडित मधु ने पूजन अर्चन कराया। शिव दुबे, प्रदीप दीक्षित, संजीव कुमार, पंकज छोटू, मनोज कुशवाहा ,विपिन शर्मा, राम मोहन पागल समेत अन्य लोग मौजूद रहे तथा यहां शर्बत वितरण भी किया गया।
मंगलवार आज ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर्व है। इस माह में सोमवती अमावस्या, गंगा दशहरा पर्व के बाद यह तीसरा स्नान पर्व है। गंगा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहा। सोमवार की शाम को ही श्रद्धालुओं के गंगा घाटों की ओर पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। देर शाम तक काफी भीड जमा हो गई। पुलिस प्रशासन ने भी गंगा स्नान को लेकर तैयारिया पूरी कर ली थी। गंगा स्नान करने वाले लोगों ने बड़े उत्साह के साथ मां गंगा की आरती कर पूजन किया।