जांजगीर -चाम्पा 19 जून 2022/ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जिले में सी-मार्ट शुरू किया जाएगा, जिसमें जिले की स्व सहायता समूहों की महिलाओं सहित बुनकरों, शिल्पियों आदि द्वारा बनाए उत्पादों का विक्रय किया जाएगा। जिले में सी-मार्ट की स्थापना कचहरी चैक स्थित नगर पालिका के भवन में किया जाएगा, जिसमें एक ही छत के नीचे सारे उत्पादों का विक्रय होगा। शनिवार को जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने सी-मार्ट परिसर का निरीक्षण किया और आवश्यक तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान जांजगीर सीएमओ श्री चंदन कुमार शर्मा सहित जिला एवं नगर पालिका के अधिकारी भी मौजूद रहेे।
जिपं सीईओ श्री ठाकुर ने नगर पालिका के भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रथम एवं द्वितीय तल पर चल रहे कार्यों को देखा। उन्होंने बताया कि सी-मार्ट के माध्यम से स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा छोटे-बड़े सभी उत्पादकों को एक छत के नीचे लाने का उद्देश्य है, इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत मिलेगी और महिलाएं भी सशक्त होगी। उन्होंने बताया कि सी-मार्ट के माध्यम से गांवों में तैयार उत्पादों को शहरों के बाजारों से जोड़ा जाएगा और शहरों में सी-मार्ट को आधुनिक शो-रूम की तरह स्थापित किया जाएगा। इससे जिले में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और जिले के ग्रामीण नागरिकों के जीवन स्तर पर सुधार आएगा।
एक छत के नीचे सारे सामान
जिस तरह से बड़े-बड़े शहरों में माॅल होते हैं, जिसमें सारे उत्पाद मिलते हैं, उसी तरह सी-मार्ट से ग्रामीण महिला स्व सहायता समूहो,ं शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकरों, कुम्भकरों अथवा अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय किया जाएगा। जिससे इन कारीगरों को अपने उत्पाद को बेचने में आसानी होगी। जिले में लगभग 10 हजार 477 स्व सहायता समूह संचालित है, जो छोटी-बड़ी गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। इन समूहों के द्वारा डिटरजेंट, फलोर क्लीनर, आचार, आम मुरब्बा, हल्दी, धनिया, मिर्च पावडर, मसाला, गुल्लक, मिट्टी दिया, सेनेटरी पेड, दोना-पत्तल, अगरबत्ती, साबुन, सोप पेपर, डबलरोटी, सेवई, हेंडबैग, स्कूल बैग, चूडी-कंगन, फैंसी सामान, चावल एवं धान से बनी वस्तुएं, टेडी वियर, डोरमेट, अलसी लड्डू, नमकीन के अलावा अन्य सामान भी मिलेंगे। तो वहीं सरकारी, प्राइवेट द्फ्तरों में काम आने वाली फाइल, लिफाफा, डायरी, पेन, फाइल पेड आदि भी सी-मार्ट में मिलेंगे। जिले में तैयार कोसे के कपड़े की मांग राज्य सहित देश-विदेशों में भी है। इसलिए इसको बढ़ावा देने के लिए सी-मार्ट उचित स्थान बनेगा। इसके अलावा केले, अलसी आदि से बनाए जाने वाले कपड़े भी यहां पर मिलेंगे।
समूह की महिलाओं में नई ऊर्जा
स्व सहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि सी-मार्ट खुलने से ग्रामीण महिलाओं में नई ऊर्जा का संचार होगा। उनके उत्पादों को एक स्थान मिलेगा, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत होंगी। वैष्णवी समूह, जय माॅ अंबे, दीप, जय माॅ दुर्गा, इंदिरा समूह, संगम महिला समूह, कल्याणी समूह, प्रगति समूह, नवयुग समूह, उजाला समूह आदि समूह की महिलाओं का कहना है कि शहर में उनके उत्पादों की विक्री बढ़ेगी जिससे गांव में स्वरोजगार के अवसर बढ़ेगें।