जिले के दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित
हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर शरीफपुर को भी मिला कायाकल्प अवार्ड
👉योजना के तहत मिलेगी पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र
कन्नौज,
स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, रखरखाव व स्वच्छता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासन की ओर से कायाकल्प अवार्ड योजना की शुरुआत वर्ष 2015 से की गई थी। जनपद में इस योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इन्द्रगढ़ व सरीफापुर का चयन भी कायाकल्प अवार्ड के लिए किया गया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.विनोद कुमार ने जनपद की दो पीएससी व एक हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। इससे स्वास्थ्य कर्मियों को ज्यादा कर्मठता से काम करने का प्रोत्साहन मिलेगा। इससे अन्य स्वास्थ्य ईकाई भी प्रेरित होकर अवार्ड लेने की कोशिश करेंगे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी डा.सरोज कुमार ने कहा कि कायाकल्प अवार्ड मिलना हर्ष का विषय है। यह सभी चिकित्सकों, कर्मचारियों खासकर सफाई कर्मचारियों की लगन व मेहनत के कारण ही संभव हो पाया हैं। यह अवार्ड अस्पताल के सभी कर्मचारियों को समर्पित है।भविष्य में और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हम प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय में भी अस्पताल को स्वच्छ और हाइजीनिक रखकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते रहेंगे।
जनपदीय क्वालिटी मैनेजर डा.सुनील प्रजापति ने बताया कि इस वर्ष कायाकल्प अवार्ड योजना 2021-22 के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टी 73.85 फीसदी अंक पाकर प्रथम स्थान रहा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इन्द्रगढ़ दूसरी बार इस योजना के तहत सम्मानित हुआ। वर्ष 2020-21 में प्रथम स्थान रहा था। पिछले वर्ष के अपेक्षा अंकों में पांच फीसदी बढ़ोत्तरी न हो पाने के कारण भी 74.55 फीसदी अंक पाकर दूसरे स्थान पर रहा।इसी तरह हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर सरीफपुर 73.30अंक पाकर तीसरे स्थान पर रहा। इन सभी अस्पतालों को क्रमशः दो लाख,पचास हजार व एक लाख की पुरुस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत मरीजों के बेहतर इलाज, साफ सफाई, स्टाफ का मरीजों के प्रति व्यवहार, संसाधन,अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या आदि के आधार पर कई चरणों में मूल्यांकन होता है।इनमें स्टाफ के व्यवहार से लेकर मरीजों की संतुष्टि को भी परखा जाता है।