आम के मूल्यवर्धन द्वारा आमदनी बढ़ाएं महिलाएं : डॉ पूनम सिंह
जलालाबाद । कृषि विज्ञान केंद्र अनौगी द्वारा बुद्धवार को जलालाबाद ब्लॉक के पचपुखरा गांव में आम का परिरक्षण विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं की आमदनी बढ़ाने व आम के पोषक तत्वों को संरक्षित कर मौसम के बाद भी उनका लाभ उठाने की तकनीक पर प्रशिक्षित करना है। प्रशिक्षण में अनौगी न्याय पंचायत की 30 महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
केंद्र की महिला वैज्ञानिक डॉ पूनम सिंह ने प्रशिक्षण के महत्व पर चर्चा करते हुए बताया की परिरक्षण द्वारा फलों के सड़ने से होने वाले आर्थिक नुकसान को रोका जा सकता है साथ ही स्थानीय व सामूहिक स्तर पर महिलाओं द्वारा इनका मूल्यसंवर्धन कर अधिक आमदनी प्राप्त की जा सकती है ।
आम के पोषक लाभों पर चर्चा करते हुए डॉ सिंह ने बताया कि इसमें प्रुचर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, कैल्शियम व खाद्य रेशा पाया जाता है। ये आंखों की रोशनी के लिए लाभप्रद होने के साथ ही आम का पना गर्मी में लू से भी बचाव करता है। ये शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने व वजन कम करने में मदद करता है। आम का इस्तेमाल न केवल फल के रूप में बल्कि परिरक्षित कर आचार, चटनी, जूस, शर्बत, पना, शेक, आम पापड़ व अमचूर पाउडर आदि के रूप में भी किया जा सकता है। इन उत्पादों को तैयार कर आम से अच्छा मूल्य बाजार में प्राप्त किया जा सकता है। राजकीय फल प्रसंस्करण इकाई के सहयोग से प्रशिक्षण में महिलाओं द्वारा आम का अचार, चटनी व शर्बत भी तैयार कराया गया।