अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस- जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में हुआ योग शिविर का आयोजन
- महिलाओं और बच्चों को योग के विभिन्न आसनों की दी गई जानकारी
- ‘मानवता के लिए योग’ थीम के साथ इस साल मनाया गया योग दिवस
- नियमित योगाभ्यास लोगों को शारीरिक व मानसिक रूप से रखता है स्वस्थ : डीपीओ आईसीडीएस
- योग करने से बच्चे को लगती है भूख : पोषण समन्यवक
कटिहार
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिले के सभी प्रखंडों के आंगनबा ड़ी केंद्रों में योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान आंगनबाडी सेविकाओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में क्षेत्र की सभी गर्भवती, धात्री महिलाओं और 3-6 वर्ष के बच्चों को योगाभ्यास कराया गया। सभी लोगों को योग के विभिन्न आसनों की जानकारी देते हुए उन्हें अपने जीवन में प्रतिदिन योग करने के लिए प्रेरित किया गया जिससे कि लोग सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रह सकें । जानकारी हो कि हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में योग शिविर आयोजन करने के लिए आईसीडीएस निदेशक द्वारा सभी जिलों को निर्देश दिया गया था। जिसका क्रियान्वयन करते हुए कटिहार जिले के सभी प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में इसका आयोजन किया गया। इस वर्ष योग दिवस का थीम ‘मानवता के लिए योग’ रखा गया है।
महिलाओं और बच्चों को योग के विभिन्न आसनों की दी गई जानकारी :
योग दिवस के अवसर पर आईसीडीएस डीपीओ के निर्देश पर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में योग शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें सभी गर्भवती, धात्री महिलाओं और 03-06 वर्ष के बच्चों को शामिल किया गया। शिविर में उपस्थित सभी लोगों को आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा योग के महत्व की जानकारी देते हुए योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया गया। शिविर में उपस्थित लोगों को विभिन्न योग मुद्राओं के रूप में अनुलोम-विलोम, सूर्य नमस्कार, कपालभाति जैसे विभिन्न योगाभ्यास कराए गए। लोगों को विभिन्न प्रकार के बीमारियों से सुरक्षित रहने में विभिन्न योगाभ्यास के उपयोगिता की पूरी तरह जानकारी दी गई। सेविकाओं द्वारा लोगों को प्रतिदिन सुबह अपने घर में बच्चों के साथ इस तरह के योग करने के लिए जागरूक किया गया।
नियमित योगाभ्यास लोगों को शारीरिक व मानसिक रूप से रखता है स्वस्थ : डीपीओ आईसीडीएस
आईसीडीएस डीपीओ सुगंधा शर्मा ने कहा कि सभी लोगों को अपने जीवन में नियमित योगाभ्यास करना जरूरी है। यह महिलाओं और बच्चों के लिए और भी आवश्यक है। योग किसी भी व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाता है। योग लोगों को विभिन्न बीमारियों से भी स्वस्थ बनाता है। घर में परिवार के सदस्यों द्वारा योग करने पर बच्चे भी इसके लिए उत्सुक होते हैं और योग को अपने नियमित जीवन में शामिल करते हैं। यह बच्चों को विभिन्न होने वाले बीमारियों से सुरक्षित रख सकता है और बच्चों को शारीरिक व मानसिक रूप से तंदुरुस्त बनाता है।
योग करने से बच्चे को लगती है भूख : पोषण समन्यवक
राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्वयक अनमोल गुप्ता ने कहा कि बच्चों के लिये पोषण जितना जरूरी है, योग भी उतना ही जरूरी है। योग करने से बच्चे को भूख लगती है, उनके रक्त का अच्छा संचार होता है। इससे बच्चा कुपोषण का शिकार नहीं होता और बच्चों का पूरी तरह विकास होता है। योग से बच्चों का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है जिससे कि वह बीमारियों से सुरक्षित होते हैं। हर दिन योग करने से बच्चों के मस्तिष्क का विकास भी सही रूप में होता है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने परिवार के बेहतर स्वस्थ के लिए योग को प्रतिदिन के दिनचर्या में जरूर शामिल करना चाहिए।