⭕ जांच करने पहुंचे अधिकारी का विडियो बनाने पर जांच अधिकारी ग्रामीणों पर भड़के।
⭕ वीडियो बनाने से नाराज होकर ग्राम पंचायत के विकास कार्यों का बीना जांच किये जाने लगे जांच अधिकारी को ग्रामीणों ने रोका ।
⭕ ग्रामीणों ने जांच अधिकारी की जांच पर जताया अंदेशा।
⭕ ग्रामीण कहते रहे ग्राम पंचायत में वर्तमान प्रधान द्वारा कराये गये विकास कार्यों की बिन्दु जांच करे।
⭕ ग्रामीणों के कहने के बाद दो चार कार्य का जांच अधिकारी ने की जांच शेष कार्यो की बिना जांच किये ही जांच अधिकारी लौटे।
⭕ ग्राम पंचायत कस्बा फतेहपुर में प्रधान द्वारा कराये गये विकास कार्यों की जांच करने पहुंचे अधिकारी ने कार्यों का किया स्थलीय निरीक्षण।
आज़मगढ़ ब्यूरो
विकास खण्ड मार्टिनगंज के ग्राम पंचायत कस्बा फतेहपुर निवासी मुकेश कुमार ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र देते हुए वर्तमान प्रधान पर ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का बंदरबाट करने का आरोप लगाया गया था जिसको जिलाधिकारी ने गंभीरता से ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की जांच करने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को नामित किया ।
जिलाधिकारी के आदेश पर जिला पूर्ति अधिकारी कस्बा फतेहपुर गांव पहुंचे ही थे की गाँव के पंचायत भवन पर पूरे गाँव के लोग पहले से ही उपस्थित रहे जांच अधिकारी आने की सूचना से सभी ग्राम वासी काफी उत्साहित थे जैसे ही जांच अधिकारी ग्राम के विकास कार्यों की चर्चा ग्राम वासियों से कर ही रहे थे कि ग्राम वासी अधिकारी के चर्चा करने का वीडियो बनाने लगे तभी जांच अधिकारी ग्रामीणों पर आग बबुला होकर कहने लगे की वीडीओ बनाओं गे तो हम जाँच नहीं करेंगे .हम जा रहें हैं जैसे ही जांच अधिकारी अपनी कुर्सी छोड़ कर जाने लगें की ग्रामीणों ने पंचायत भवन के मेन गेट को बंद कर जांच अधिकारी से ग्रामीणों ने कहाँ की आप बिना जांच किये आप नहीं जा सकते हैं। ग्रामीणों को उग्र देख जांच अधिकारी ने ग्राम के विकास की जांच हेतु राजी हो गये । इस दौरान ग्रामीणों ने जांच अधिकारी को बताया की ग्राम सभा में ग्राम प्रधान द्वारा कभी भी खुली बैठक नहीं की गई है सूत्रों के मुताबिक दिन मंगलवार को ग्राम पंचायत कस्बा फतेहपुर विकास खण्ड मार्टीनगंज आज़मगढ़ में मंगलवार सुबह करिब 11.00 सुबह से शाम करिब 3.00 बजे तक जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार पुष्कर व आर. ई. डी. अवर अभियन्ता सहित विकास खण्ड ठेकमा की निगरानी में वर्तमान ग्राम प्रधान के द्वारा ग्राम पंचायत में कराये गये विकास कार्यों में वित्तीय एवं अन्य अनियमितताओं की जांच की गई जांच के दौरान विदवा पोखरी की खुदाई का कार्य व शमशान घाट के मरम्मत का कार्य सहित घनश्याम विश्वकर्मा के मड़ई से इण्टर लाकिंग तथा ग्राम पंचायत में वर्तमान प्रधान द्वारा कराये गये अन्य विकास कार्यों की जांच की गई जांच के दौरान यह पाया गया कि जांच अधिकारी द्वारा जो प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी वह नहीं अपनाई गई जैसे – ग्राम सभा की खुली बैठक में यह प्रक्रिया अपनाई जाती है कि ग्राम सभा में खुली बैठक होने से 2 से 4 दिन पहले पुरे ग्राम सभा में डुग्गी व मुनादी ग्राम पंचायत अध्यक्ष द्वारा फेरी जाती है उसके बाद ही ग्राम पंचायत के सार्वजनिक स्थान पर बैठक होती हैं ग्राम पंचायत की बैठक में ग्राम सभा शासनादेश के तहत 1/5 जनसंख्या का सदस्यों का होना अनिवार्य है
इस मौके पर राममुरत, जोखन प्रसाद, गिरीश मिश्रा, राम अजोर यादव, नरेश, रामाश्रय, यादव, राम अचल, शंकर, सुरज, रिंकू, शिवमुरत, रामचेत, सहित,सुजीत कुमार प्रधान पति जो पंचायत मित्र भी है उपस्थित रहें।