एक मिस्ड कॉल पर मिलेगी टीबी रोग से संबंधित पूरी जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया टॉल फ्री नंबर
देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का है लक्ष्य
अररिया, 28 जून ।
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। निरंतर इसे लेकर विशेष अभियान संचालित किये जा रहे हैं। हर स्तर पर टीबी रोगियों के नि:शुल्क जांच व इलाज का इंतजाम उपलब्ध है। वहीं रोगियों को आर्थिक मदद के तौर पर आर्थिक मदद उपलब्ध कराने का प्रावधान है। अभियान को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार ने नयी पहल के तहत एक टॉल फ्री नंबर 1800-116666 जारी किया है। कोई भी व्यक्ति इस टॉल फ्री नंबर पर संपर्क कर टीबी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब टीबी को जड़ से खत्म करने के लिये फोन पर लोगों को जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
जानकारी के अभाव में गंभीर हो जाता है रोग
रोग का पता जल्दी न चले तो ये नासूर बन जाता है। बुजुर्गों की ये बातें टीबी के मामले में बिल्कूल फीट बैठता है। जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह कहते हैं कि टीबी का पता लोगों को देर से चलता है। टॉल फ्री नंबर के माध्यम से ऐसे लोगों तक रोग संबंधी जरूरी जानकारी पहुंचाना आसान होगा। इससे मरीजों की पहचान करने व उनतक जरूरी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना आसान होगा। टॉल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल से ही टीबी के संबंध में सभी जानकारी, इलाज सहित इसे लेकर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का पता लोगों को आसानी से चल जायेगा।
टीबी को जड़ से खत्म करने का हो रहा प्रयास
जिला टीबी कॉर्डिनेटर दामोदर प्रसाद ने बताया कि टीबी को जड़ से खत्म करने के लिये हर स्तर पर जरूरी प्रयास किया जा रहा है। चिह्नित जगहों पर निरंतर रोगी खोज अभियान संचालित किया जा रहा है। एचडब्ल्यूसी स्तर पर बहाल सीएचओ को टीबी मरीजों की खोज व इलाज संबंधी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है। सभी पीएचसी में ट्रूनेट मशीन से जांच की सुविधा जिले में उपलब्ध है। मरीजों को निक्षय योजना के तहत पौष्टिक आहार सेवन के उद्देश्य से प्रति माह 500 रुपये का भुगतान किया जा रहा है।