फारबिसगंज बीडीओ राजकिशोर शर्मा छात्र जीवन से ही रहे हैं कविता लेखन के शौकीन , कविता संग्रह ”हम तो जी लेंगे ऐसे भी” कविता संग्रह का लोकार्पण (अमित ठाकुर)
फारबिसगंज (अररिया)
कहते हैं लिखने के लिए उम्र की भी कोई सीमा नही होती और उम्र के एक पड़ाव पर पहुंच अगर आप पर एक बड़ा दायित्व हो और इसके बावजूद अपनी कविताओं के जरिए समाज को कुछ संदेश देना चाहे तो क्या कहेंगे आप ? हम बताने चाह रहे हैं फारबिसगंज के बीडीओ राजकिशोर शर्मा जी के बारे में। शायद यह बात अभी फारबिसगंज के लोगों को ज्ञात न हो कि हमारे बीडीओ साहब में लिखने खास कर कविता लिखने के बेहद शौकीन हैं। फारबिसगंज बीडीओ राजकिशोर शर्मा जिनका जन्म 1967 को हुआ था। इनके द्वारा कविता संग्रह से संबंधित एक “हम तो जी लेंगे ऐसे भी” शीर्षक पुस्तक का प्रकाशन किया गया। जिसका लोकार्पण फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी के द्वारा किया गया। फारबिसगंज बीडीओ राजकिशोर ने इस मौके पर कहा कि उन्हें स्कूल के दिनों से ही लिखने का शौख है। उनके द्वारा लिखी गयी कई कहानियों का प्रकाशन भी पूर्व में प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में हुआ है। यह भी कहा कि लगभग 1978 के ईस्वी में उन्होंने शराब से समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव पर भी कई लेख लिखे हैं।
फोटो केप्सन – लोकार्पण करते फारबिसगंज विधायक।