रिर्पोट पदमाकर पाठक
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने 4 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नामित एडीएम को सौंपा।
आजमगढ़। सहारनपुर में मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग को लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश सचिव संदीप कपूर के नेतृत्व में राज्यपाल को संबोधित चार सूत्री मांग पत्र एडीएम एफआर को सौंपा गया।
ज्ञापन सौपते हुए प्रदेश सचिव संदीप कपूर ने कहा कि बीते 15 जुलाई 2022 को सहारनपुर शहर कोतवाली में 8 मुस्लिम युवकों के बर्बर पुलिस पिटाई का वीडियो वाइरल हुआ था। कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मण्डल ने 17 जून को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन से भी मुलाक़ात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की थी। वहीं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लुकुर और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह समेत कई ज़िम्मेदार लोगों ने इसे पुलिस की छवि बिगाड़ने वाली घटना बताया था। वहीं सहारनपुर एसएसपी आकाश तोमर और एसपी राजेश कुमार लगातार मामले को झुठलाते रहे थे। लेकिन जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि वीडियो सहारनपुर का ही है वहीं पुलिस ने पीड़ितों को झूठे मामलों में जेल भेज दिया था। 22 दिनों बाद 4 जुलाई को सभी लोगों को अदालत ने रिहा कर दिया। पुलिस की कार्यप्रणाली दुर्भाग्यपूर्ण हैं जिस पर हमें कड़ी आपत्ति हैं।जिलाध्यक्ष नदीम खान ने बताया कि चार सूत्री मांगो में सहारनपुर कोतवाली में पिटाई की घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उचित धाराओं में जेल भेजा जाए वहीं अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी मोहम्मद नजम शमीम ने कहाकि ऐसे आपराधिक कृत्य को छुपाने अथवा नकारने का प्रयास कर दोषी पुलिसकर्मियों का बचाव करने व अपनी विभागीय ज़िम्मेदारी का निर्वहन न करने वाले एसएसपी आकाश तोमर और एसपी राजेश कुमार को तत्काल निलंबित किया जाए, पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए, पुलिस उत्पीड़न के शिकार सभी 8 निर्दोषों को 20-20 लाख रूपये बतौर मुआवजा दिए जाने की मांग शामिल है।इस अवसर पर अख्तर रिजवान अहमद, शहर अध्यक्ष अल्पसंख्यक विभाग मिर्जा बरकतउल्लाह बेग, रियाजुल हसन, प्रदीप यादव, सुरेन्द्र सिंह, डा आदित्य सिंह आदि मौजूद रहे।