वाराणसी विकास प्राधिकरण और उत्तर रेलवे में एमओयू (समझौता) हुआ
पूर्वांचल ब्यूरो
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोप-वे परियोजना शीघ्र ही मूर्त रूप ले लेगी। इसके लिए सोमवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण और उत्तर रेलवे में एमओयू (समझौता) हुआ है।
रोप-वे की पायलट परियोजना में कैंट स्टेशन के सर्कुलेशन एरिया में चिन्हित भूमि को लीज पर लेने की तैयारी है। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लि. जो एनएचएआई के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, को वाराणसी रोप-वे परियोजना को क्रियान्वयन करने के लिए नामित किया गया है। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने परियोजना के एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुनः फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर 14 मई को हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल पर निविदा आमंत्रित की गई थी, जो 15 जुलाई को खोली जायेगी। परियोजना की नवीन फीजिबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना में 5 स्टेशन प्रस्तावित किए गए है, जिसमें प्रथम स्टेशन कैंट स्टेशन, उसके बाद विद्यापीठ स्टेशन, रथयात्रा स्टेशन, गिरजा घर क्रॉसिंग, जो कि टर्निंग स्टेशन होगा। अंतिम स्टेशन गोदौलिया चौक पर प्रस्तावित किया गया है। परियोजना में एलाइनमेंट की कुल लंबाई 3.750 किलोमीटर निर्धारित की गई है।