हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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श्रावण मास में भगवान शिव का रुद्राभिषेक से मिलता अनेकों कष्टों से छुटकारा।
विशेष विधि विधान से पूजा के लिए मिले।
पण्डित रघुबीर कौशल ज्योतिषाचार्य प्राचीन शिव मंदिर शिव शक्ति पीठ अरुणाए धाम दूरभाष 7988411012
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पिहोवा अरूणाय : उत्तरभारत के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पण्डित रघुबीर कौशल ने श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना से और सभी संकटों से निवारण के साथ असाध्य रोग निवारण में भी विशेष विधि से भगवान शिव का रुद्राभिषेक से छुटकारा पाने के लिए बताया कि इस बार श्रावण मास 14 जुलाई 2022 गुरुवार से 12 अगस्त 2022 शुक्रवार तक है।
इस बार श्रावण मास में चार सोमवार हैं।
पहला सोमवार 18 जुलाई।
दूसरा सोमवार 25 जुलाई।
तीसरा सोमवार 1अगस्त।
चौथा सोमवार 8 अगस्त।
श्रावण का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है इसलिए कहा जाता है की इस महीने में जो भी भक्त पूरी आस्था और श्रद्धा भाव से भगवान भोलेनाथ की आराधना करता है भगवान भोलेनाथ उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं श्रावण महीने में भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा करना अत्यंत शुभ फलदाई माना जाता है हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है ऐसे में श्रावण के सोमवार का महत्व और बढ़ जाता है धार्मिक मान्यता है कि श्रावण के सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।
श्रावण मास में भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए श्रावण मास में विभिन्न प्रकार से पूजा अर्चना की जाती है परंतु शास्त्रों द्वारा श्रावण माह में विशेष पार्थिव पूजन तथा रुद्राभिषेक को मान्यता दी गई है कहा जाता है कि जो व्यक्ति श्रावण माह में पवित्र मन एवं श्रद्धा भाव से भगवान शिव का व्रत रखता है तथा पूजा-अर्चना करता है भगवान सदाशिव की असीम कृपा उस पर सदैव बनी रहती है एवं हर प्रकार के शारीरिक कष्ट निवारण एवं सभी प्रकार की मनोकामनाएं की पूर्ति के लिए श्रावण माह में महामृत्युंजय अनुष्ठान का भी विशेष महत्व है।