कोंच के लिए न सही, बुंदेलखंड के लिए काफी बड़ी सौगात होगा एक्सप्रेसवे
रिपोर्टर :- अविनाश शाण्डिल्य के साथ बिबेक द्विवेदी Vv न्यूज चैनल कोंच जालौन
कोंच। आगामी 16 जुलाई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जालौन जनपद से एक्सप्रेस वे का लोकार्पण कर बुंदेलखंड वासियों को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। यह 296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे राज्य की धार्मिक नगरी चित्रकूट को इटावा जोड़कर दिल्ली की दूरी को कम करने वाला है। इसका एक बड़ा हिस्सा जनपद जालौन से होकर भी गुजरता है सो कोंच को भले ही कम ज्यादा सही लेकिन निश्चित रूप से इस एक्सप्रेस वे का फायदा जिले के लोगों को भी मिलेगा।
देश को मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर देने के मामले में हमेशा उदार रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पवद्ध सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे कोंच के लिए भले ही कम ज्यादा महत्व का हो लेकिन देश के इस घोरतम पिछड़े बुंदेलखंड इलाके के लिए बाकई काफी बड़ी सौगात होगा। दरअसल, इस एक्सप्रेस वे को वाइड स्पेक्ट्रम में देखने की जरूरत है। कहावत भी है, जहां जहां होकर सड़कें गुजरती हैं तो विकास भी उनके साथ साथ चलता है। इस एक्सप्रेस वे को लेकर भी लोगों को काफी उम्मीदें हैं। जैसा कि केंद्र सरकार इस एक्सप्रेस वे को डिफेंस कॉरीडोर से भी जोड़ने की बात कहकर चल रहे हैं ऐसे में लोग अगर मानते हैं कि इससे इलाके में तरक्की की नई इबारत लिखी जाएगी और युवाओं के लिए रोजगार तथा नौकरियों के अवसर पैदा होंगे तो इसमें बेजा क्या है। कोंच की अगर बात करें तो यहां के लोगों के लिए दिक्कत तलब यह है कि कोंच के निकट से इसका लाभ नहीं मिलने वाला है बल्कि करीब तीस किलोमीटर या इससे भी अधिक दूर हैं एक्सप्रेस वे के कट। लोगों का कहना है, जालौन-कोंच या उरई-कोंच रोड पर होना चाहिए थे इसके कट। इस एक्सप्रेस वे से चित्रकूट का सफर लगभग 50 से 60 किलोमीटर कम हुआ है जबकि इटावा तक का सफर 30 किलोमीटर कम हुआ। व्यापारिक लिहाज से क्षेत्र के अधिकांश दुकानदारों का कारोबार दिल्ली से जुड़ा है और बाजार में बिकने बाला ज्यादातर समान भी दिल्ली से ही आता हैं लेकिन व्यापारी ट्रेन का सफर करना मुफीद मानते हैं। अपने निजी वाहन से आना जाना उनके लिए महंगा पड़ता है। कॉस्टमेटिक, मोबाईल, जूता-चप्पल, रेडिमेड, इलेक्ट्रानिक, ऑटो पार्ट्स, घड़ी, रक्षाबंधन पर राखी, होली पर पिचकारी आदि के व्यापारी दिल्ली से जुड़े हैं। अलबत्ता, घुमक्कड़ मिजाज के लोगों के लिए यह एक्सप्रेस वे जरूर काफी फायदेमंद साबित होगा।
‘कोंच के व्यापारियों को ज्यादा लाभ नहीं है बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से’
कोंच। कॉस्टमेटिक व्यापारी सुमित रिछारिया का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर चढने के लिए कोंच-उरई मार्ग पर अगर कट होता तो शायद लोग इसका प्रयोग करते। व्यापारिक दृष्टिकोण से दिल्ली आनेजाने के लिए व्यापारियों को ट्रेन का सफर सस्ता पड़ता है। बस या निजी बाहर से खर्चा अधिक पड़ने लगता है।
‘अब आसान होगा कोंच वासियों का चित्रकूट और दिल्ली का सफर’
कोंच। अटल अग्रवाल दतिया वाले का कहना है, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का लाभ कोंच वासियों को मिलेगा। इससे चित्रकूट और दिल्ली का सफर आसान होगा, समय भी बचेगा और दूरी भी कम होगी। अगर जालौन या उरई रोड पर कट होते तो कोंच के लोगों के लिए मुफीद होता।
‘इलाके के युवाओं के लिए रोजगार व नौकरियों के रास्ते खुलेंगे’
कोंच। कस्बे के वर्तन व्यवसायी चौधरी सतीश अग्रवाल इस बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को इलाके के लिए वरदान के रूप में देखते हैं। उनका मानना है कि एक्सप्रेस वे के आसपास कल कारखाने विकसित होंगे तो इलाके के युवाओं के लिए नौकरियों और रोजगार के भी रास्ते खुलेंगे।