भीड़ भरे बाजार में सरेराह टप्पेबाजी, रिटायर्ड शिक्षक का तीन लाख का थैला पार किया
🖲️ सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए टप्पेबाज घटना को अंजाम दे पल्सर से भागे
रिपोर्टर :- अविनाश शाण्डिल्य के साथ बिबेक द्विवेदी Vv न्यूज चैनल कोंच जालौन
कोंच। अभी पुलिस बाइक चोर गिरोह को दबोच कर चैन से बैठ भी नहीं पाई थी कि टप्पेबाजों ने भीड़भाड़ वाले सर्राफा बाजार में सरेराह एक रिटायर्ड शिक्षक को निशाना बना कर उसकी बाइक पर टंगे तीन लाख रुपए के थैले को पार कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है। बीच बाजार घटी इस घटना से हड़कंप मच गया। शिक्षक मंडी स्थित इंडियन बैंक से रुपए निकल कर लाया था। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है जिसमें टप्पेबाज पल्सर बाइक से रफूचक्कर होते दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव जुझारपुरा निवासी रिटायर्ड शिक्षक राजेंद्र सिंह पटेल पुत्र रामचरण ने सोमवार को गल्ला मंडी स्थित इंडियन बैंक की शाखा से तीन लाख रुपए निकाले और सारा पैसा एक थैले में डालकर बैंक शाखा से बाहर निकले। उन्होंने रुपयों भरा थैला अपनी बाइक के हैंडल पर टांग लिया और वहां से सर्राफा बाजार पहुंचे। वहां उन्होंने एक रस्सी मूंज की दुकान पर बाइक खड़ी की और पांच झाडू खरीद कर जैसे ही बाइक की ओर मुड़े तो देखा कि बाइक के हैंडल पर से रुपयों का थैला गायब है। यह देख कर उनके होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल यूपी 112 को फोन किया। सूचना पर पीआरबी और थाने के दरोगा नरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पास में ही स्थित एक सर्राफ की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में जब फुटेज देखे गए तो कैमरे में फीड समय के अनुसार करीब दो बजकर उन्नीस मिनट के आसपास नीली शर्ट पहने एक बंदा बाइक से झोला पार करता दिखाई दे रहा है जबकि थोड़ी ही दूरी पर उसका साथी पल्सर बाइक लिए खड़ा है। झोला उड़ाकर वह नीली शर्ट वाला बाइक पर पीछे बैठ जाता है और बाइक आगे मानिक चौक के रास्ते रफूचक्कर हो जाती है। राजेंद्र सिंह ने बताया कि थैले में उन्होंने बैंक से तीन लाख रुपए निकाले और पांच-पांच सौ के नोटों की छह गड्डियां थैले में रख लीं। थैले में पासबुक, आधार कार्ड, पेन कार्ड, पत्नी की पासबुक व चेकबुक भी रखे थे। उन्होंने पुलिस को मामले की तहरीर दे दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर टप्पेबाजों की खोज में जुटी है।
बैंक शाखा से ही पीछा करते आए होंगे बदमाश
कोंच। कस्बे में टप्पेबाजी की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की तमाम घटनाएं हो चुकी हैं। इन घटनाओं में एक बात हर बार कॉमन होती है कि टप्पेबाज बैंक शाखा से ही अपने शिकार का पीछा करना शुरू कर देते हैं। खासतौर पर उन शिकारों का पीछा करते हैं जो बैंक से पैसा निकल कर थैले में बाइक के हैंडल पर टांग लेते हैं। टप्पेबाज जानते हैं कि ये शिकार बाजार में सौदा सुलफ करने के लिए बाइक खड़ी करेंगे और वे अपना काम निपटा कर निकल लेंगे।