पूर्वांचल ब्यूरो
जनपद में मलेरिया व डेंगू को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा की ओर से विशेष तैयारी की गई है। जिले में इन दिनों संचारी रोगों पर रोक के लिए अभियान चलाया जा रहा है। वहीं मलेरिया पर रोक के लिए 16 जुलाई से विशेष अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
इसके लिए आशा व स्वास्थ्य कर्मियों की 734 टीमें गठित कर दी गई हैं।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष स्वास्थ्य महकमे को राहत मिली है। जनपद में 209 संदिग्ध डेंगू के मरीजों में 76 मरीज पाजिटिव पाए गए थे। वही पिछले वर्ष मलेरिया के नौ मरीज मिले थे जबकि इस वर्ष अब तक एक मरीज ही पाया गया है। पिछले वर्ष 34 हजार 959 मरीजों की जांच की गई थी जिनमें 209 डेंगू के संदिग्ध और नौ मरीज मलेरिया के पाए गए थे। डेंगू के 209 संदिग्ध मरीजों में 76 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। इसमें वाराणसी के आठ और एक मरीज बिहार का भी शामिल है। जून माह तक जिले में 23 हजार 262 लोगों की जांच में एक मरीज मलेरिया व दो संदिग्ध मरीज डेंगू के पाए गए हैं। विशेष जांच में मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। संचारी रोगों पर रोकथाम के लिए 11 से 13 जुलाई को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि इसके लिए कुल 734 टीमों का चयन किया गया है। टीम में आशा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों साथ विभिन्न विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है। वहीं 16 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलेगा जिसमें मलेरिया, डेंगू और अन्य मरीजों को चिह्नित कर उनका इलाज कराया जाएगा।
जनपद में संचारी रोग अभियान की विशेष तैयारी की गई है। मलेरिया और डेंगू को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है इसके तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा और मरीजों की पहचान की जाएगी ताकि मलेरिया और डेंगू पर रोक लगाई जा सके। डॉ. युगल किशोर राय, सीएमओ, चंदौली।