कांशीराम राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कालेज में शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए छात्राओं से फीस वसूली का मामला उजागर
पूर्वांचल ब्यूरो
नगर के मुसफ्फरगंज स्थित कांशीराम राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कालेज में शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए छात्राओं से फीस वसूली का मामला उजागर हुआ है। कक्षा चार से 12 तक की छात्राओं से फीस लिए जाने का आरोप है।
यह हाल तब है जब नि:शुल्क शिक्षा अधिनियम-2009 के आने के बाद से सरकारी व एडेड विद्यालयों में कक्षा एक से 8वीं तक के छात्रों की शिक्षा नि:शुल्क है।
यह खुलासा विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक कामता राम पाल की जांच में हुआ है। शिकायत में लगाए गए आरोपों की जांच करने बुधवार को विद्यालय पर पहुंचे जेडी ने पाया कि विद्यालय में कक्षा चार से शिक्षक अभिभावक शुल्क के नाम पर 200 रुपये, साफ-सफाई के नाम पर प्रतिछात्र 35 रुपये और आईकार्ड के नाम पर प्रतिछात्र 20 रुपए की वसूली की गई है।
जेडी ने बताया कि प्रति छात्रा 235 रुपये वार्षिक वसूली की जा रही है। यही नहीं 2010 में बंद हो चुके महंगाई व संचायीका शुल्क प्रति छात्रा एक-एक रुपया लिए जाने के साक्ष्य पाए गए। इसके अलावा यू-डायस डाटा फीडिंग कराने की जिम्मेदारी विद्यालय की है, लेकिन पीडीएफ फीडिंग के नाम पर भी 10 रुपये प्रतिछात्र लिए जा रहे हैं। यही नहीं आंतरिक मूल्यांकन शुल्क कक्षा (9-12) प्रति छात्रा 10 रुपये, सैनिक दिवस 10 रुपये, शिक्षक दिवस पांच रुपये वार्षिक वसूल किया जा रहा है। जेडी ने यह भी बताया कि अनधिकृत फीस वसूली के बाबत प्रधानाचार्य से पूछने पर संतोष जनक जवाब नहीं दे पाईं।
180 रुपये कंप्यूटर शुल्क वसूलने का आरोप
जेडी कामता रामपाल ने बताया कि कांशी राम राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कालेज में कंप्यूटर शुल्क के नाम पर भी कक्षा एक से 12वीं तक प्रति छात्रा 180 रुपये वसूल किए जाने प्रमाण जांच के दौरान मिले हैं। कक्षा चार से 8वीं की छात्राओं से 235 रुपये सालाना वसूली के लिए पीटीए कोटे के तहत कार्यरत एक टीचर की जिम्मेदारी है। जबकि अन्य वूसली कंप्यूटर आपरेटर करता है। यही नहीं पीटीएस कोटे से कक्षा नौ से 12 वीं क्लास के टीचर के अभाव में शिक्षक जाते हैं। आरोप है कि प्रधानाचार्य पीटीए टीचरों को चेक देने की बजाय कैश पेमेंट करतीं हैं।