जिले में आज से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा अभियान होगा संचालित
- 15 से 30 जुलाई के बीच संचालित अभियान में डायरिया को नियंत्रित करने की होगी पहल
- आशा के माध्यम से पांच साल तक के बच्चों के बीच ओआरएस व जिंक दवा का होगा वितरण
- बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है डायरिया, ओआरएस व जिंक की मदद से उपचार संभव
अररिया, 14 जुलाई ।
बाल मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से जिले में 15 से 30 जुलाई के बीच सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है । गौरतलब है कि दस्त बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। इसे नियंत्रत करने व दस्त संबंधी कारण व इसके निदान के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का योजन महत्वपूर्ण है। पखवाड़ा के दौरान जिले में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बीच 5.50 लाख ओआरएस व जिंक की दवा वितरित की जानी है।
दस्त बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में शामिल :
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि दस्त के कारण होने वाले शिशु मृत्यु के मामलों को न्यूनतम स्तर तक लाना इस पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण व शरीर में इलेट्रोलाइट्स की कमी है। ओआरएस व जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मौत को टाला जा सकता है। इसके अलावा, सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के तहत विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय के आधार पर दस्त नियंत्रण के उपाय, दस्त की शिकायत होने पर ओआरएस व जिंक दवा का प्रयोग, दस्त के दौरान उचित पोषण व समुचित इलाज के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जाना है।
आशा घर-घर जाकर ओआरएस व जिंक दवा करेंगी वितरित
दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के नोडल अधिकारी सह जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि पखवाड़ा के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बीच ओआरएस व जिंक दवा का वितरण किया जायेगा। दवा के प्रयोग की विधि, इस दौरान बरती जाने वाली सावधानी, दस्त से बचाव को लेकर स्वच्छता का महत्व सहित अन्य पहलुओं को लेकर संबंधित अभिभावकों को जागरूक किया जायेगा। झुग्गी-झोपड़ी, बाढ़ प्रभावित इलाके, निर्माण कार्य में लगे मजदूर, ईंट-भट्ठा वाले क्षेत्रों में शत प्रतिशत बच्चों के बीच दवा वितरण को प्राथमिकता दिया जाना है। विभिन्न स्तरों पर अभियान के अनुश्रवण व निरीक्षण का पुख्ता इंतजाम किया गया है।
पखवाड़ा के तहत 5.50 लाख बच्चों के बीच दवा वितरण का लक्ष्य
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने बताया कि जिले के 6।77 लाख घरों के पांच साल से कम उम्र वाले 5.50 लाख बच्चों के बीच जिंक व ओआरएस दवा वितरण का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान के क्रम में 6.04 लाख ओआरएस पैकेट व 2.30 लाख जिंक की गोली वितरित किये जाने क लक्ष्य है। अररिया में 91217, फारबिसगंज में 95252, रानीगंज में 78177, नरपतगंज में 68927 बच्चों के बीच दवा वितरण का लक्ष्य है। वहीं भरगामा में 45230, जोकीहाट में 63131, कुर्साकांटा में 29241, पलासी में 48666 व सिकटी में पांच साल से कम उम्र के 31065 बच्चों के बीच दवा वितरण का लक्ष्य निर्धारित होने की बात उन्होंने बतायी।