हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं, अपनी आजादी के वीरों को भुला सकते नहीं : प्रो. सोमनाथ सचदेवा।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 75 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पूरे जोश व उत्साह के साथ मनाया गया।
कुरुक्षेत्र, 15 अगस्त : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सोमनाथ सचदेवा ने आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आजादी के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद्गीता सदन में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया व एनसीसी परेड की सलामी लेकर शहीदों को राष्ट्रगीत के साथ नमन किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के संगीत एवं नृत्य विभाग, आईआईएचएस व यूनिवर्सिटी सीनियर सैकेंडरी मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किए। डॉ. हरविन्द्र राणा द्वारा हर घर तिरंगा घर-घर तिरंगा पर आधारित गीत भी प्रस्तुत किया गया। कुलपति ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत् क्रश हाल में तिरंगा यात्रा की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर स्वतंत्रता दिवस पर अपना राष्ट्रीय पर्व मना रहे हैं। यह आयोजन हमें स्वतंत्रता संग्राम व शहीदों के बलिदान की याद दिलाता है। आज का दिन स्वतंत्रता सेनानियों, महापुरुषों और वीर जवानों को याद करने का दिन है। हमारे वीर सैनिक इस देश की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिकूल व विपरीत परिस्थितियों में सीमाओं पर डटे रहते हैं।
इसी कारण समस्त भारतवासी इस आजादी का आनंद उठा पाते हैं।
राष्ट्रीय पर्व का शुभ अवसर हमारे लिए आत्मनिरीक्षण का अवसर भी है। कृषि क्षेत्र से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान तक हमारी उपलब्धियां सराहनीय है। कृषि क्षेत्र में कुल वैश्विक कृषि के 11 प्रतिशत के साथ भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। आज विश्व का 40 प्रतिशत चावल निर्यात केवल भारत से होता है। गेंहू उत्पादन में हम दूसरे नम्बर पर है। दुग्ध उत्पादन में तो हम विश्व में सबसे आगे हैं। भारत को विश्व की फार्मेसी के रूप मे भी जाना जाता है क्योकि 20 प्रतिशत जेनेरिक औषधियों का निर्माण भारत में ही हो रहा है। कोरोना संकट से भारत जितनी कुशलता से निपटा है उसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। अपना स्वदेशी वैक्सीन बनाकर और कोविड वैक्सीन लगाकर हमने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। हम दुनिया की 6 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आईटी में हमारे युवाओं ने नामी कंपनियों के सीईओं बनकर दिखा दिया है हमारा कोई सानी है। हमारे पास 75 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स है व 100 से ज्यादा यूनिकोर्नस है। 4 जी टेक्नोलॉजी ने भारत में स्टार्टअप में मदद की है। 5 जी टैक्नॉलाजी आने से इसमें और बढ़ोतरी होगी। इन सभी उपलब्धियों के लिए हमारे किसान, जवान, वैज्ञानिक, शिक्षक व उन सभी लोगों का योगदान है जिन्होंने मेहनत, ईमानदारी, लगन, सत्यनिष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है।
इतनी उपलब्धियों के बाद आज भी देश में करीब 15 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। आजादी के 75 वें वर्ष में जब हम अपना अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो यह विषय किसी भी देशभक्त को चुनौती का अहसास कराता है। देश में बेरोजगारी दर 7 से 9 प्रतिशत है एवं ग्रेजुएट व अधिक शिक्षित युवाओं में यह बेरोजगारी दर कहीं कहीं 19 से 20 प्रतिशत है।। आने वाले समय में देश को गरीबी मुक्त व पूर्ण रोजगार युक्त बनाना ही सबसे बड़ा लक्ष्य होना चाहिए। 15 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं के साथ भारत आज विश्व का सबसे युवा देश है एवं यह हमारी सबसे बड़ी ताकत भी है। इन युवाओं को उद्यमिता व स्वरोजगार के लिए तैयार करके हम गरीबी मुक्त भारत व सम्पूर्ण रोजगार युक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। हम ऐसा युवा तैयार करने हैं जो जोब सीकर न होकर जोब प्रोवाईडर हो। इस कार्य में हमारे शिक्षकों की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 हमें इसी के लिए प्रेरित करती है जिसमें स्किल डेवलेपमेंट, इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार परक शिक्षा देने की बात कही गई है। अभी कल ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को केयू में इसी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से लगाने का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही केयू एनईपी को लागू करने वाला प्रदेश व देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि केयू में हर घर तिरंगा अभियान में भी शिक्षकों, विद्यार्थियों व कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है जो कि सराहनीय है। हमारा प्रयास है कि शोध के क्षेत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अग्रणी बने।
रिसर्च को बढावा देने के लिए 7 कैटेगरी में अवार्ड स्थापित किए गए है तथा माइनर प्रोजेक्ट ग्रांट भी रिलीज की जा चुकी है। रिसर्च पब्लिकेशन की क्वालिटी व पैंटेंट बढे इसके लिए प्रयास किए जा गए हैं। साईंस को बढ़ावा देने के लिए गोयल अवार्ड भी इस वर्ष कुछ प्रसिद्ध वैज्ञानिकों को दिए गए हैं। पिछले वर्ष केजी-टू-पीजी स्कीम, जापानी भाषा के सर्टिफिकेट कोर्स, बीबीए आनर्स व एमटैक डिफेंस टैक्नालॉजी प्रोग्राम शुरू किए गए थे। वास्तव में आने वाले समय में वही देश तेजी से महाशक्ति बनेंगे जिनके पास आधुनिक तकनीक होगी। तकनीकी मोर्चे पर निवेश के बिना कोई भी देश महाशक्ति बनने के बारे में सोच नहीं सकता। इसी को ध्यान में रखते हुए 14 ऑनलाईन एकेडमिक प्रोग्राम को इसी सत्र से शुरू करने के प्रयास हो रहे हैं। इनमें से 7 प्रोग्राम इंडस्ट्रियल रेवोलुशन 4 के लेटेस्ट टैक्नालॉजी फील्ड के हैं जिनमें साईबर सिक्योरिटी, एआई, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन मैनेजमेंट है। यूनिवर्सिटी में इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ करने के भी प्रयत्न किए जा रहे हैं। सिंथेटिक हॉकी कोर्ट का भी काम चल रहा है। आने वाले समय में फैकल्टी व नान टीचिंग स्टाफ के आफिस व हास्टल में छात्रों की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए फोकस रहने वाला है।
एल्यूमनी एसोसिएशन के सौजन्य से बहुत सारे से छात्र कल्याण स्कीम पर काम हो रहा है। पिछले डेढ वर्ष में 90 के करीब असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर की प्रमोशन की गई है। इसी तरह से नॉन टीचिंग में असिस्टेंट रजिस्ट्रार व अन्य कुछ पदों पर पदोन्नति की गई है। आने वाले समय में भी इस प्रक्रिया को हम जारी रखने वाले है।
कुलपति ने कहा कि कर्मचारियों के ज्ञान में वृद्धि व कौशल विकास के लिए उनके लिए रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन किया गया है। सभी की सुविधा के लिए कैम्पस में कोविड वैक्सीनेशन कैम्पों का आयोजन किया गया है। एसएफएस की फैकल्टी व स्टाफ की समस्याओं का समाधान किया गया है। उनके एरियर व प्रमोशन का हल निकालने के नजदीक हैं। पेंशनरो की काफी समस्याओं को दूर किया गया है। विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को पारदर्शी व कोस्ट इफेक्टिव बनाने के लिए ई-गवर्नेंस के लिए केयू में आईयूएमएएस प्रणाली को अपनाया गया है। इससे विद्यार्थियों की परेशानियों का शीघ्र समाधान हो पाएगा। छात्र एन्टरप्रेन्योर बने इसके लिए इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई। विद्यार्थियों की परीक्षा संबंधी समस्याओं के लिए ग्रेवेंस पोर्टल बनाया गया है। विद्यार्थियों को बेहतर हॉस्टल, कल्चरल व स्पोर्टस सुविधाएं मिले इसके भी प्रयासरत हैं।
कुलपति ने कहा कि भारत ने कॉमनवेल्थ खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया है। हमारे लिए गर्व की बात है कि पुरुष हॉकी टीम का एक खिलाडी तथा महिला हॉकी टीम के 3 खिलाड़ी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एल्यूमनी हैं। खेलों इंडिया गेम्स प्रतियोगिता में भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के खिलाडियों ने 39 मैडल जीतकर कुवि पूरे देश में 7 वें स्थान पर रहा।इस वर्ष नैक का मूल्यांकन होना है। सभी के सहयोग से हम न केवल ए-प्लस ग्रेड को बनाए रखेंगे बल्कि इससे भी बेहतर करेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि सभी देश के लिए एकजुुट होकर संकल्प लें कि देश की समस्याओं, समाज की समस्याओं, भ्रष्टाचार, बेवजह विरोध प्रदर्शन, धार्मिक प्रतिरोध, गरीबी, असमानता अलगाववाद आदि समस्याओं को खत्म करने में अपना पूर्ण सहयोग करेंगे व राष्ट्र प्रथम की भावना से काम करते हुए इस विश्वविद्यालय व देश को निस्वार्थ सेवाएं देते हुए इसे प्रगति के पथ पर ले जाएंगे।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त 75 वर्ष की आयु के बुजुर्गो को कुलपति व कुलसचिव ने सम्मानित किया । मंच का संचालन युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने किया।
इस मौके पर डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजूला चौधरी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. अनिल वोहरा, प्रो. सुनील ढींगरा, प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. रामविरंजन, प्रो. डीएस राणा, प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. जितेन्द्र, प्रो. अनिता भटनागर, प्रो. चांदराम जिलोवा, कुटा के प्रधान डॉ. विवेक गौड, प्रो. संजीव गुप्ता, प्रो. परमेश कुमार, प्रो. अनिता दुआ, डॉ. आरती श्योकंद, डॉ. चेतन शर्मा, डॉ. मिनाक्षी सुहाग, डॉ. जितेन्द्र खटकड़, डॉ. महासिंह पूनिया, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. रामचन्द्र, डॉ. महाबीर रंगा, प्राचार्य डॉ. एमएम सिंह, डॉ. हुकम सिंह, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, कुलपति के ओएसडी पवन रोहिल्ला, डॉ. हरविन्द्र राणा, कुंटिया प्रधान रामकुमार गुज्जर, रूपेश खन्ना, अनिल लोहट सहित डीन, निदेशक, विभिन्न विभागों के चेयरपर्सन, शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद थे।