दुख:भंजन कॉलोनी वशिष्ठ आश्रम में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कान्हा पालना आयोजित।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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रात्रि को श्री कृष्ण जन्म पर बजेंगे शंख और घड़ियाल।
कुरुक्षेत्र, 18 अगस्त : प्रसिद्ध समाज सेविका नीलम वशिष्ठ ने कहा कि जब जब धरती पर पाप और अधर्म हद से ज्यादा बढ़ा है, भगवान ने धरती पर अवतार लिया है। वे जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर अपने निवास दुख:भंजन कॉलोनी वशिष्ठ आश्रम में हमारे संवाददाता को बता रही थी।
नीलम वशिष्ठ ने बताया कि भारत में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही धूमधाम और श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि भाई कंस के अत्याचार को कारागार में रह सह रही बहन देवकी ने भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अपनी आठवीं संतान के रूप में श्रीकृष्ण को जन्म दिया था। भगवान विष्णु ने पृथ्वी को कंस के अत्याचार और आतंक से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। इसी कथा के अनुसार हर साल भाद्रपद की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस अवसर पर कॉलोनी के पड़ोसी बच्चों ने कृष्ण व राधा की वेशभूषा पहनकर खूब धमाल मचाया।
इस मौके पर पण्डित विनोद वशिष्ठ और कनिका ,वंशिका के साथ पड़ोसी आदि भी मौजूद थे।