कटान तेज,सरयू में समाई सैकड़ों बीघा जमीन
आलापुर(अंबेडकरनगर)| तहसील क्षेत्र आलापुर अंतर्गत सरयू नदी के किनारे स्थित ग्राम इटौरा ढोलीपुर व माझा कम्हरिया में सरयू नदी में हो रही तेजी से कटान ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मालूम हो माझा कम्हरिया व इटौरा ढोलीपुर के पास नदी में काफी तेजी से कटान हो रही है जिसकारण लगभग 70 बीघे किसानों के खेत सरयू नदी में समा गए। नदी में हो रही कटान से।किसानों के खेत नदी की धारा में समाते चले जा रहे हैं। किसान लंबे समय से कम्हरिया घाट के पास बोल्डर लगवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसान तालुकदार सिंह, मधुबन सिंह परमात्मा सिंह, लालचन्द्र यादव, प्रभाकर तिवारी, कृपाशंकर व राघवेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि नदी के पानी से कटान लगातार हो रही है। कटान रोके जाने के लिए प्रशसन से कई बार मांग की गई परन्तु प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया नतीजा यह है कि अब तक किसानों की 70 बीघा से अधिक भूमि नदी में समाहित हो चुकी है। सामाजिक कार्यकर्ता भावेश सिंह गंगे ने बताया कि विगत दो वर्ष से लगातार कटान रोके जाने की मांग चल रही है, परन्तु प्रशासन इस पर अमल नहीं कर रहा है। जब तक कम्हरिया घाट के पास बोल्डर डालकर नदी की जल धारा को परिवर्तित नहीं किया जाता तब तक यह कटान होती रहेगी। प्रशासन के सामने कई बार इस बात को रखा गया, लेकिन अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। मौजूदा समय में सरयू नदी का जल स्तर भले ही कम हुआ है, लेकिन क्षेत्र में कटान काफी तेजी से हो रही है जिससे किसानों में हड़कंप का माहौल है। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते जरूरी प्रबंध न किया गया तो सैकड़ों बीघा धान की फसल नदी में समाहित हो जाएगी।पुल बनने से नदी की धारा में बदलाव हो गया है स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कम्हरिया घाट पर पक्का पुल बनने से नदी के पानी का रुख बदल गया है नदी की धारा अब बदल रही है। इससे खेती करने वाली भूमि अब नदी की धारा के दायरे में आती जा रही है। पानी की गति अधिक होने के चलते कटान भी काफी तेजी से हो रही है। इस सम्बंध में जब उपजिलाधिकारी आलापुर रोशनी यादव से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि कम्हरिया व इटौरा ढोलीपुर क्षेत्र में कटान की शिकायत मिली है। इसके लिए जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। बोल्डर आदि डालकर कटान को कम करने का प्रयास किया जाएगा।