जिम्मेदार लापरवाह:वन विभाग की नर्सरी दो लाखों रुपए के पौधे बर्बाद
*✍️प्रशांत त्रिवेदी
कन्नौज। राज्य सरकार वृक्षारोपण वन संरक्षण भियानके तहत हर साल वन विभाग को जहां बड़ी संख्या में पौधे तैयार कर वितरण करने का लक्ष्य दिया जाता है। तो वहीं सरकारी विभागों को भी पौधरोपण करने का निर्देश दिए जाते है। लेकिन प्रदेश सरकार की योजना को लेकर सरकारी महकमा कितना गम्भीर है, इसका अंदाजा वन विभाग की नर्सरी में लगे पौधों को देखकर पता चलता है। वन विभाग कन्नौज की नर्सरी चांदापुर ब जवाहर नवोदय विद्यालय अनौगी में स्थित नर्सरी में तैयार किए हुए। पौधों में करीब दो लारव की कीमत के पौधे खराब हो गए हैं। यह जानकारी वन विभाग के नए आए रेंजर राकेश चित्तौड़िया ने दी है। हालत ये है कि विभाग ने बड़ी मेहनत के बाद नर्सरी में करीब विभिन्न प्रजातियों के पौधे चार साल पहले प्रदेश सरकार योजना के तहत आमजन सहित सरकारी संस्थाओं को रियायती दरों पर वितरण के लिए तैयार किए थे। लेकिन पौधे तैयार हो जाने के 4 साल बाद भी इनमें से मात्र कुछ हजार पौधों का ही वितरण हो पाया है रेंजर राकेश चित्तौड़िया ने बताया नर्सरी में दो लाख की कीमत के पौधे रखे हुए हैं। जो खराब हो चुके हैं गंभीर स्थिति ये है कि कुछ पौधे बड़े होकर अपनी जड़ें जमाकर दरख्त बन गए हैं वला,कटहल,छायादार में नीम, शीशम, करंज कल्पवृक्ष,गुलमोहर, चिरोल, बरगद, फूलों में गुलाब, गुडहल, बोगनबेल, मोगरा, कनेर आदि पौधे तैयार किए गए। वन विभाग की ओर से जल संरक्षण के लिए तैयार कर रहे पौधे आसपास वन क्षेत्र में लगाऐ जाने थे।इसके अलावा पंचायतों,सरकारी विभाग,सार्वजनिक स्थान,संस्थाओं व आम लोगों को भी विभिन्न किस्मों के पौधे निर्धारित दर पर पौध वितरण होना था।
** वन विभाग का कहना है कि कम बारिश के कारण यह नुकसान हुआ है*
पौधों की ऊंचाई भी करीब 10-12 फिट हो चुकी है।जो पूरी तरह एक जगह से दूसरी जगह लगने योग्य नहीं बचे है।ऐसे में लाखों रूपए के पौधे बर्वादी के कगार पर है। यह जानकारी वन विभाग के रेंजर राकेश चित्तौड़िया ने दी है । उन्होंने कहा है उच्च अधिकारियों को खराब पेड़ों के बारे में अवगत करा दिया गया है। संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।