रिपोर्ट पदमाकर पाठक
अदालत व प्रोबेशन विभाग की
मदद से विनीता को मिला हक़
• टीम ने काउंसलिंग कर परिजनों को किया प्रेरित
• महिलायें टोल फ्री नंबर 181 पर करें शिकायत दर्ज
आजमगढ़,6 सितम्बर 2022
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से संचालित बाल कल्याण समिति, महिला शक्ति केंद्र और वन स्टाप सेंटर बालक, बालिकाओं और महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। समिति और केंद्र का उद्देश्य हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं 18 वर्ष से कम आयु के बालक व बालिकाओं को एक ही छत के नीचे सहयोग प्रदान कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में फिर से वापस लाना है। यह कहना है उप निदेशक, महिला कल्याण विभाग ओंकार नाथ यादव का।
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उन्होंने बताया कि अगर किसी भी महिला के साथ मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह या अन्य कोई मामला संज्ञान में आता है, तो केंद्र के माध्यम से त्वरित कार्यवायी करते हुये पीड़ित को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव ने बताया कि पीड़ित महिलाओं, बालक और बालिकाओं को चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त और स्वावलंबी बनाना है। अगर किसी महिला के साथ मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न या अन्य कोई घटना होती है प्रोबेशन विभाग द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाया जाता है।
सखी वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर सरिता पाल ने बताया कि महिलाओं एवं बेटियों को स्वावलंबी एवं सुरक्षित बनाने के लिए केंद्र द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मिशन शक्ति के तहत जिले में काम करने वाली “सखी वन स्टॉप सेंटर” की इकाई से बहुत सी महिलाओं और परिवारों को लाभ मिल चुका है। बालक, बालिकाएं और महिलाएं किसी भी तरह की असुविधा होने पर टोल फ्री नंबर 181 पर तत्काल संपर्क कर सकती हैं।
इसी क्रम में प्रोबेशन विभाग के सफल प्रयास पांच सितम्बर को थाना कप्तानगंज अंतर्गत कादीपुर तिवारी गाँव निवासी विनीता यादव को अपने घर में रहने का अधिकार दिलाया गया। विनीता को पांच वर्ष पूर्व पति सहित घर के सभी लोगों ने बेदखल कर दिया था। विनीता को एक नौ वर्षीय बेटी साक्षी भी है।
विनीता यादव ने माननीय न्यायालय में धारा 12 घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के तहत मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें वह 27 जून 2022 को मुकदमा जीत गई, जिसमें माननीय न्यायालय ने निर्देशित किया कि विपक्षीगण दिनेश यादव, प्रार्थिनी विनीता यादव के विरूद्ध किसी प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक हिंसा नहीं करेंगे एवं न ही उसके प्रति कोई दुर्व्यवहार व तिरस्कार किया जायेगा। विनीता यादव को साझी गृहस्थी से बेदखल नहीं करेंगे, जिसमें वह पहले निवास करती थी। उसमे रहने दें तथा विपक्षी दिनेश यादव वादिनी विनीता यादव को एक मुश्त 60000/- (साठ हजार रूपये) भी अदा करें।
विनीता को माननीय न्यायालय,पुलिस विभाग, महिला शक्ति केंद्र तथा सखी वन स्टॉप सेंटर के संयुक्त प्रयासों से संरक्षित करते हुए घर में रहने का अधिकार दिलाया गया। इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर सरिता पाल, समन्वयक अन्नू सिंह, स्टाफ नर्स पिंकी सिंह, काउंसलर शिवाली त्रिपाठी ,केस वर्कर रंजना मिश्रा तथा ममता का अतुलनीय योगदान रहा।