कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए मिलकर करेंगे सार्थक प्रयास : प्रो. सोमनाथ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 28 फरवरी :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने रविवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की आधारशिला भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा रखी गई थी। उनके द्वारा सिंचित विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए सभी के साथ मिलकर तत्काल योजना के साथ सार्थक प्रयास किए जांएगे।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पहले ही शिक्षण की गुणवत्ता, बेहतरीन पाठ्यक्रम, मजबूत एल्यूमनाई, स्टूडैंट व टीचर फीडबैक, कैशलेस व डिजीटल यूनिवर्सिटी, आधारभूत ढांचा, प्लैसमेंट, ग्रीन व क्लीन कैम्पस, खेल, शोध की गुणवत्ता सहित विभिन्न उपलब्धियों के साथ राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद द्वारा ए-प्लस ग्रेड प्राप्त कर चुका है। भविष्य में शिक्षण के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता के श्रेष्ठ संस्थान के रूप में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को स्थापित करना हम सभी का उद्देश्य है।
इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए रूसा 2.0 से रूसा 3.0 की तरफ बढ़ने के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह से प्रयासरत है। नई शिक्षा नीति के तहत् कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रमों व शार्ट टर्म कौशल विकास आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमां की शुरूआत के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह से तैयार है। विभिन्न यूजी व पीजी पाठ्यक्रमों में छात्रों की आवश्यकता व रूचि के अनुसार मल्टीपल एग्जिट, उद्योग आधारित पाठ्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शोध परियोजनाओं का क्रियान्वयन, विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ संयुक्त तत्वावधान में पाठ्यक्रमों का क्रियान्वयन, मजबूत एल्यूमनाई संगठन, विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों की संख्या को बढ़ाना, कंसलटेंसी प्रोजेक्ट्स को लाना, उच्च स्तर का अनुसंधान एवं प्रशिक्षण आदि विषय हमारी प्राथमिकता में हैं।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की आंतरिक अर्थव्यवस्था को मजबूत करना व बढ़ाना, दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय को पूरी तरह से आनलाईन करना व नए आनॅलाईन कोर्स शुरू करना, पूर्व छात्रों को आनलाईन मंच प्रदान करना, जीरो वेस्ट कैम्पस, जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट बनाना, प्रदूषण मुक्त परिसर पर हम मजबूती से काम कर रहे हैं।
प्रो. सोमनाथ ने कहा कि छात्रों का हित ही हमारी पहली प्राथमिकता है। इसी दिशा में परीक्षा शाखा को पूर्ण रूप से डिजीटल बनाना, पूरे विश्वविद्यालय को एक डिजीटल प्लेटफार्म देना व छात्रों की हर जरूरत को ई-सेवा के माध्यम से कम समय में सुगम व पारदर्शी तरीके से प्रदान करना विश्वविद्यालय का ध्येय है।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों व कर्मचारियों के हितों के लिए भी प्रयासरत है। एसएफएस शिक्षकों को एरियर देना व उनकी पदोन्नति करना, नई भर्ती से बैकलाग को पूरा करना, सरकार से अधिक से अधिक अनुदान प्राप्त करना, सरकार से अनुदान लेकर पेंशनर्स की मांगों को पूरा करना, कांट्रैक्ट व आउटसोर्सिंग शिक्षकों व कर्मचारियों की सभी लम्बित मांगों को पूर्ण करना हमारी प्राथमिकता है। विश्वविद्यालय को शिक्षा व शोध के क्षेत्र में नई उंचाईयों पर ले जाने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।