राजस्थान से मंगवाई गई रेणु जी की आदमकद मूर्ति पर विवाद
अररिया
अमर कथा शिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु के कनिष्ठ पुत्र व कथाकार दक्षिणेश्वर प्रसाद राय ने पुर्णिया कॉलेज में स्थापित हेतु फणीश्वरनाथ रेणु की आदमकद प्रतिमा को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। राय ने बताया की पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी फणीश्वरनाथ रेणु ने पुर्णिया समेत कोशी जनपद का नाम अपनी लेखनी के माध्यम से पूरी दुनिया में ऊंचा किया है। उस रेणु का नया चेहरा मुर्ति में ढलवाकर कैसा सम्मान पुर्णिया कॉलेज देना चाह रही है यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि पुर्णिया कॉलेज के प्रचार्य द्वारा रेणु की आदमकद प्रतिमा राजस्थान से बनवा कर मंगाई गई है। जिसे पुर्णिया कॉलेज में स्थापित किया जाना है। दक्षिणेश्वर राय ने कहा की रेणु की जो प्रतिमा बनवाई गई है उसका चेहरा बिल्कुल भी रेणु जैसा नहीं है। जो एक प्रकार से रेणु का घोर अपमान है और वे इसे बरदाश्त नहीं करेंगे। श्री राय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा की रेणु उनके पिता होने के साथ साथ इस देश की विरासत भी हैं और विरासत के साथ किसी भी प्रकार का छेड़ छाड़ बरदाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है की इस संदर्भ में पुर्णिया युनिवर्सिटी के वीसी से भी बात करेंगे और उक्त मुर्ति के जगह दुसरी मुर्ति लगाने का आग्रह करेंगे। दक्षिणेश्वर ने पुर्णिया कॉलेज के प्रधानाचार्य के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है की जब वे मुर्ति बनवाने का आर्डर दे रहे थे तो वे मुझसे संपर्क कर अच्छी तस्वीर मांग सकते थे। जिससे की मुर्ति का चेहरा रेणु जी से हुबहू मिलता। लेकिन जो मुर्ति बनवाई गई है उसमें केवल बाल के अधार पर लोग रेणु जैसा चेहरा समझ सकते हैं। जबकि चेहरा बिल्कुल रेणु से नहीं मिलता है। यह रेणु का अपमान नहीं तो और क्या है। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन को अगाह किया है की रेणु की उक्त बहरुपिया मुर्ति अगर लगाई गई तो वे मजबूरन कानूनी कार्रवाई करेंगे और मानहानि का मुकदमा भी दर्ज करेंगे।