हत्या या आत्महत्या जानने के लिए साढ़े तीन माह बाद कब्र से निकाली गई मृतक की लाश
फॉरेंसिक जांच में भेजा जाएगा भागलपुर
अररिया
सिमराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरवारी झिड़वा के मदारगंज गांव निवासी 25 वर्षीय मो कौसर पिता मो तबरेज की लाश उनकी पत्नी नजराना परवीन के द्वार की गई शिकायत पर 105 दिन के बाद बुधवार को अनुमंडल पदाधिकारी फारबिसगंज के लिखित आदेश पर सिमराहा कब्रिस्तान से दंडाधिकारी के रूप में मौजूद फारबिसगंज अंचलाधिकारी संजीव कुमार एएसआई नरेंद्र कुमार सहित सिमराहा पुलिस पदाधिकारी के मौजूदगी में कब्र से निकाल कर बक्से में रखा गया है। जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए एसएफएल को भागलपुर भेजा जाएगा। बताते चलें कि इसी वर्ष 2 जून को रात करीब नौ बजे घर से दो किलोमीटर दूर पोठिया ओवर ब्रिज के नीचे पटरी पर से कौसर का शव बरामद किया गया था। उसी दिन देर रात उनके शव को दफना दिया गया था। पत्नी ने हत्या की आशंका जताई थी और कही थी के कौसर को किसी ने फोन पर बुलाया और उनकी हत्या कर शव को रेलवे पटरी पर फेंक दिया है। पत्नी की इच्छा के विपरित बिना पोस्टमार्टम कराए आननन फानन में मृतक को दफनाए जाने से धीरे धीरे शक यकीन में बदलता गया कि साजिश के तहत कौसर की हत्या की गई। पत्नी ने कौसर के मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगालने की मांग उठाई थी। परिजनों द्वारा सिमराहा थानाध्यक्ष से कई बार पोस्टमार्टम करा कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग भी की गई, मगर कुछ न सुना गया। इस मामले से थानाध्यक्ष जितनी दूरी बनाते गए पीड़ित परिवार उससे अधिक आलाधिकारियों के दरवाजे खटखटाते गए। आलाधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से लेने के बाद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है कि कौसर की हत्या की गई थी या फिर वह हादसे का शिकार हो गया था।