दूरदर्शन पर जनसंचार विभाग में पुस्तक प्रदर्शनी व परिचर्चा का आयोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
कुरुक्षेत्र, 15 सितंबर :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जनसंचार व मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान में विभागीय पुस्तक प्रदर्शनी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दूरदर्शन दिवस के उपलक्ष में किया गया। आज ही के दिन 15 सितंबर ,1959 को दूरदर्शन की स्थापना की गई। यह जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने बताया कि आज जहां सैकड़ों की तादात में टेलीविजन चैनलों की स्थापना हो चुकी है और हजारों कार्यक्रम टेलीविजन चैनलों के माध्यम से परोसे जाते हैं इन सभी को दूरदर्शन संयम,संतुलन व राष्ट्रीय सेवा का संदेश देता है। जैसा कि दूरदर्शन को पूर्णतः राष्ट्र सेवा में समर्पित विविधता पूर्ण कार्यक्रम के साथ सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए देखा जा सकता है। इस विषय पर ऑडियो वीडियो प्रोडक्शन इंचार्ज एवं रेडियो टेलीविजन के विख्याता डॉ. आबिद ने विद्यार्थियों के साथ एक नई पहल करते हुए आज के दिन को समर्पित करते हुए विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जिसमें टेलीविजन से संबंधित विभिन्न आयामों की पुस्तकों को जानने समझने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक समय में भी हमें निरंतर पुस्तकों से दोस्ती बनाकर रखनी चाहिए जो सफल जीवन का रहस्य है।इस मौके पर विद्यार्थियों द्वारा विभाग के शिक्षकों का भी अवलोकन किया गया जिसमें विशेष रूप से टेलीविजन से संबंधित डॉक्टर आबिद द्वारा लिखी गई पुस्तकें जिसमें लेखन कला, ड्रोन जर्नलिज्म, मोबाइल जर्नलिज्म, क्रिएटिविटी एवं विजुलाइजेशन पुस्तकों की चर्चा की गई। आकाश गुप्ता ने चर्चा दौरान बताया कि आबिद वाह उनके शोधार्थियों द्वारा लिखी गई पुस्तक को यूरोप देश के पब्लिकेशन द्वारा विदेशी भाषा द्वारा प्रकाशित किया गया है । इसी के साथ कोमल ने डॉ. मधु द्वारा लिखी गई पुस्तक विविधता व अनेकता पर चर्चा की। इस मौके पर छात्रा मुक्ता, भावना व अन्य द्वारा भी लगभग 100 से ज्यादा पुस्तकों को प्रदर्शित कर विचार विमर्श किया गया।एवं दूरदर्शन दिवस के उपलक्ष में सभी ने पुस्तक पढ़ने का संदेश दिया इस मौके पर टेलीविजन पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों छात्रों व शिक्षकों ने एक दूसरों को शुभकामनाएं दी।