उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जायेगा परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी का जन्म दिवस।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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गत वर्ष कोरोना महामारी के कारण जयराम संस्थाओं में नहीं हुआ जन्मोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, 4 मार्च :- हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सनातन संस्कृति के प्रबल सम्पोषक, राष्ट्र एवं राष्ट्रीयता के मुखर उदबोधक, धर्म – आध्यात्म -सेवा -संस्कार तथा नैतिकता के माध्यम से राष्ट्र के सतत संरक्षक, जनसेवा, समाजसेवा एवं मानवता की सेवा के लिए देशभर के विभिन्न राज्यों में जयराम संस्थाओं का संचालन कर रहे परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी का जन्मदिवस 30 मार्च को उत्साह एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के जन्मदिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र के जयराम विद्यापीठ में यज्ञ एवं भगवान श्री राम भक्त श्री हनुमान का विशेष पूजन होगा। ब्रह्मचारी श्री हनुमान के अनन्य भक्त है। उनके द्वारा संस्थाओं के सभी सामाजिक, शैक्षणिक एवं धार्मिक कार्यक्रम वीर हनुमान के आहवान के साथ ही आयोजित होते हैं। सिंगला ने बताया कि ब्रह्मचारी के जन्मदिवस पर जयराम आश्रम हरिद्वार में 30 मार्च को सुप्रसिद्ध गायक अजय याज्ञनिक द्वारा सुंदरकांड पाठ की मनमोहक सुचारुपदावली की दिव्य पीयूषधारा प्रवाहित की जाएगी। सिंगला ने बताया कि ब्रह्मचारी के जन्मोत्सव के कार्यक्रमों में देशभर से सेवक एवं यजमान शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि गतवर्ष विश्व भर में फैले कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए जयराम संस्थाओं के ट्रस्टियों, पदाधिकारियों एवं भक्तों ने महत्वपूर्ण लेते हुए परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया था। उस समय केवल परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी द्वारा सम्पूर्ण विश्व में मंगलमय शांति की कामना से भगवान श्री रामभक्त हनुमान की पूजा अर्चना की गई थी। ब्रह्मचारी महाराज ने कोरोना महामारी रूपी अनिष्टकारी अमंगलदायी विभीषका के निवारण के लिए सेवकों, भक्तों तथा आम लोगों से अपने घरों में ही सुरक्षित रहकर भगवान से मंगल प्रार्थना एवं पूजा अर्चना करने की अपील की थी। सिंगला ने कहाकि इस वर्ष सेवकों तथा आमजन में ब्रह्मचारी के जन्मदिवस को लेकर उत्साह है।
जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी।